सोने-चांदी का भाव, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Gold-Silver Price Hike: सोने-चांदी की कीमतों में तूफानी तेजी आ रही है और इसे देख कर हर कोई हैरान है। सोमवार को वैश्विक बाजारों में केंद्रीय बैंकों, संस्थागत निवेशकों और सट्टेबाजों की भारी सक्रियता से सोना-चांदी में जबरदस्त उछाल आया और कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाइयों पर जा पहुंची। जहां सोना 4500 डॉलर के नजदीक पहुंचता दिखाई दिया, वहीं चांदी चांदी 70 डॉलर के करीब पहुंच गयी। वैश्विक तेजी का असर भारतीय बाजारों में भी हुआ. बेहद कमजोर मांग के बावजूद जवेरी बाजार में जोरदार तेजी दर्ज हुई।
जहां सोना प्रति दस ग्राम 1600 रुपये महंगा हुआ और 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 1.34 लाख रुपये प्रति दस ग्राम हो गयी। टैक्स (जीएसटी) के साथ तो कीमत 1.38 लाख रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गयी। सफेद धातु चांदी में तो 7400 रुपये प्रति किलो का जबरदस्त उछाल आया और कीमत 2.08 लाख रुपये प्रति किलो हो गयी। जीएसटी के साथ तो कीमत 2.14 लाख रुपये पर जा पहुंची।
खबर लिखे जाने तक न्यूयॉर्क में गोल्ड की फरवरी वायदा कीमत 70 डॉलर यानी 1.6% की भारी तेजी के साथ 4464 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी। जबकि चांदी की मार्च वायदा कीमत 175 सेंट यानी 2.5% उछाल के साथ 69.20 डॉलर प्रति औंस पर थीं। जबकि भारतीय वायदा बाजार एमसीएक्स में सोने का जनवरी वायदा भाव 1960 रुपये तेजी के साथ 1,34,350 रुपये और चांदी का फरवरी वायदा 5500 रुपये उछलकर 2,14,440 रुपये हो गया। यह अब तक सर्वोच्च स्तर है।
गौरतलब है कि इस साल शुरुआत से ही जोरदार तेजी का दौर जारी है, लेकिन तीन महीनों से तो कीमतों में आग लगी हुई है। पूरे साल भर में चांदी में 131% की रिकॉर्डतोड़ तेजी आई है और विगत तीन महीनों में ही 57% का उछाल आ गया है। इसी तरह सोना इस साल 69% महंगा हुआ है और तीन महीनों में ही 18% की भारी तेजी आ गयी है।
ज्वैलमेकर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शाह, जिन्होंने सोना 4500 डॉलर और चांदी 70 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का सटीक अनुमान व्यक्त किया था, अब उनका कहना है कि आगे भी तेजी का दौर जारी रहने की पूरी संभावना है, लेकिन अब चांदी में जोखिम बहुत बढ़ गया है क्योंकि वास्तविक मांग से अधिक सट्टेबाजी का जोर है. वैसे चांदी 80 डॉलर भी जा सकती हैं, लेकिन बहुत ही संभल कर निवेश करने की जरूरत है।
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जहां तक सोने की बात है, सोना में केंद्रीय बैंकों और संस्थागत निवेशकों की भारी मांग है। दुनिया में लोगों का अमेरिकी डॉलर पर भरोसा कम होता जा रहा है और लोग डॉलर बेचकर सोना खरीद रहे हैं। इसलिए सोने में निवेश में जोखिम कम है। अधिक गिरावट की आशंका नहीं दिख रही है और अब अगला लक्ष्य 4800 डॉलर और उसके बाद 5,000 डॉलर रहेगा।
नवभारत के लिए मुंबई से विष्णु भारद्वाज की रिपोर्ट…