पीतल मार्केट (सौजन्य-नवभारत)
Business News: रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते हुए रॉकेट की स्पीड से भाग रही चांदी अभी कुछ सुस्त हो गई है। दिवाली के बाद से चांदी की कीमतों में गिरावट शुरू है। गुरुवार को चांदी फिर 4,000 रुपये की बड़ी गिरावट के साथ 1,54,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई, जो कि बुधवार को 1,58,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रही थी। पिछले 2 दिनों में चांदी में 14,700 रुपये की गिरावट आ चुकी है।
बुधवार को सोना रिकॉर्ड स्तर से गिरकर जहां 1,22,800 रुपये पर आ गया था, वहीं गुरुवार को यह फिर से 1,200 रुपये की तेजी के साथ 1,24,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। दोनों के भाव नरम पड़ते देख लोगों को लग रहा है कि अभी इसमें अभी और गिरावट आयेगी। आगे आने वाले शादियों के सीजन में लोगों को राहत मिल सकती है।
छठ की पूजा पाठ में इस्तेमाल होने वाला सामान बाजार में सजकर तैयार है। बाजार में इस बार पीतल के बर्तनों की विशेष डिमांड देखने को मिल रही है। छठ महापर्व में लोग पीतल के बर्तन खरीदना पसंद कर रहे हैं। अध्र्घ्य देने के लिए जहां पीतल का सूप डिमांड में है वहीं पीतल का दउरा भी बाजार में बिक रहा है। इसके अलावा छठ पूजा के लिए प्रसाद बनाने के लिए भी विशेष प्रकार के पीतल के बर्तन खरीदे जा रहे हैं। बाजार में इस बार पीतल के बर्तनों की विशेष डिमांड देखने को मिल रही है।
दि स्टेनलेस स्टील एंड मेटल मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष जतीन शाह व गज्जू महाजन बताते हैं कि छठ त्योहार के लिए पीतल के बर्तन की डिमांड बढ़ी है। पीतल की थाली, प्रसाद बनाने के लिए बर्तन जैसे तसला, कठरा, कढ़ाही और अन्य बर्तनों की मांग बढ़ी है। पीतल का सूप और दउरा की लोग खरीदारी कर रहे हैं। पीतल का सामान सुंदर और टिकाऊ होता है। बांस का दउरा खरीदने की बजाय लोग पीतल का दउरा खरीदना पसंद कर सुंदर और टिकाऊ होता है।
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सचिव लतीश आहूजा बताते हैं कि इन दिनों पीतल के बर्तन की डिमांड बढ़ी है। छठ व्रती के लिए लोग पीतल का लोटा, पीतल की गिलास और गंगाजल लाने के लिए पीतल की बाल्टी खरीद रहे हैं। इसके अलावा पीतल की थाली, कठरा, परात, सूप, दउरा इत्यादि की भी इन दिनों बिक्री बढ़ी है। पीतल के सूप में जिस पर सूर्य की आकृति बनी हुई है और जय छठी मैया लिखा हुआ है; की डिमांड है। वहीं पीतल के बर्तन के अलावा लोग लोहे का चूल्हा और अन्य सामान भी खरीद रहे हैं।