प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी जारी है। घरेलू बाजार में पहली बार सोना 90,846 रुपए प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 3,175 डॉलर प्रति औंस के नए उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है। गोल्ड स्पॉट का भाव भी पहली बार 3,100 डॉलर के पार चला गया। महज एक महीने से भी कम समय में सोना 3,000 डॉलर से 3,100 डॉलर तक पहुंच चुका है, जिससे निवेशकों का रुझान इस सुरक्षित संपत्ति की ओर बढ़ता जा रहा है।
इस साल की शुरुआत से अब तक सोने में लगभग 18% की तेजी देखी गई है। इसका प्रमुख कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और भू-राजनीतिक अस्थिरता है। 2 अप्रैल से अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होने की संभावना है, जिससे व्यापारिक माहौल अस्थिर हो सकता है। इसके अलावा, रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में जारी तनाव ने भी निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।
दुनियाभर के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं। चीन, रूस और भारत जैसे देशों के केंद्रीय बैंक अपने भंडार को मजबूत करने के लिए सोने का स्टॉक बढ़ा रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ रही है। इसके अलावा, गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है, जिससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
अमेरिकी शेयर बाजार में भारी अस्थिरता देखने को मिल रही है। ट्रंप के संभावित टैरिफ से पहले डाओ जोंस दो दिन में 300 अंक लुढ़क गया, जबकि नैस्डैक 500 अंकों की गिरावट के साथ सात महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता घटने से सोने में पैसा लग रहा है, जिससे इसकी कीमतें लगातार चढ़ रही हैं।
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सोने के अलावा चांदी और कच्चे तेल की कीमतों में भी हलचल देखने को मिल रही है। चांदी की कीमतें 450 रुपए गिरकर 1 लाख रुपए के करीब पहुंच गईं। वहीं, सप्लाई की चिंताओं के चलते कच्चा तेल 3% उछलकर 75 डॉलर प्रति बैरल के आसपास कारोबार कर रहा है।