प्रतीकात्मक तस्वीर
Salary Account Benefit: सरकारी या प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों के लिए नियोक्ता द्वारा सैलरी बैंक अकाउंट खुलवाई जाती है। जिसके बाद हर महीने नौकरी देने वाली कंपनी द्वारा उसी अकाउंट में सैलरी भेजी जाती है। इस अकाउंट जरिए आप सभी सामान्य बैंक खातों की तरह पैसे निकाल सकते हैं और जमा कर सकते हैं।
हालांकि, इतनी जानकारी तो लगभग सभी के पास होती है, लेकिन क्या जानते हैं कि आपका सैलरी अकाउंट कई मायनों में बेहद ही खास होता है। क्या आप सैलरी अकाउंट के स्पेशल बेनेफिट और ऑफर्स के बारे में जानते हैं? अगर नहीं, तो आप अकेले नहीं हैं। यह काफी आम बात है, बैंक अक्सर सैलरी अकाउंट सेट करते समय इन फायदों के बारे में नहीं बताते।
आपको बता दें कि अलग-अलग बैंकों द्वारा कई तरह के सैलरी अकाउंट्स ऑफर्स किए जाते हैं, जैसे कि क्लासिक सैलरी अकाउंट्स, वेल्थ सैलरी अकाउंट्स, बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) सैलरी अकाउंट्स, और डिफेंस सैलरी अकाउंट्स। फिर भी ज्यादातर लोग इन विभिन्न प्रकारों और उनकी विशेष सेवाओं के बारे में नहीं जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सैलरी अकाउंट के साथ कौन-कौन से फायदे आते हैं?
1. किसी-किसी सैलरी अकाउंट्स के साथ एक्सीडेंटल डेथ या हेल्थ इंश्योरेंस का कवरेज मिलता है।
2. सैलरी अकाउंट के जरिए आपको पर्सनल या होम लोन में फायदा मिल सकता है। बैंक सैलरी अकाउंट होल्डर्स को विशेष ब्याज दरें देते हैं, जिससे लोन लेना सस्ता हो जाता है।
3. सैलरी अकाउंट्स में अक्सर ओवरड्राफ्ट सुविधा होती है, जिससे आप अपने अकाउंट में बैलेंस न होने पर भी पैसे निकाल सकते हैं, जो आपातकालीन स्थिति में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करता है।
4. कई बैंक सैलरी अकाउंट धारकों को प्रायोरिटी सर्विसेज देते हैं, जिसमें समर्पित पर्सनल बैंकर और अन्य विशेष लाभ शामिल होते हैं।
5. कई बैंक सैलरी अकाउंट के साथ मुफ्त क्रेडिट कार्ड और आकर्षक डील्स देते हैं, जिसमें वार्षिक शुल्क पर छूट और रिवॉर्ड पॉइंट्स शामिल होते हैं।
6. सैलरी अकाउंट धारक अक्सर विशेष ऑनलाइन शॉपिंग और डाइनिंग ऑफर्स का आनंद लेते हैं, जिसमें डिस्काउंट और कैशबैक शामिल होते हैं।
7. डिजिटल सेवाएं जैसे NEFT और RTGS अक्सर सैलरी अकाउंट धारकों के लिए मुफ्त होती हैं, जिससे पैसे ट्रांसफर करना सुविधाजनक और किफायती हो जाता है।
8. बैंक आमतौर पर सैलरी अकाउंट्स के साथ मुफ्त चेकबुक और डेबिट कार्ड सेवाएं देते हैं।
9. सैलरी अकाउंट धारकों को आमतौर पर हर महीने कुछ मुफ्त एटीएम ट्रांजेक्शन का अधिकार होता है।
10. अधिकांश सैलरी अकाउंट्स में जीरो-बैलेंस की सुविधा होती है, जिसका मतलब है कि आपको अपने अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होती।
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चूंकि सैलरी अकाउंट की विशेषताएं और फायदे बैंक दर बैंक काफी अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिए नियोक्ताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए बैंक का चयन सावधानी से करना चाहिए कि उनके कर्मचारियों को सबसे अधिक लाभ प्रदान किए जाएं। हालांकि, कई बार नियोक्ता लेनदेन में आसानी को देखते हुए उस बैंक को प्राथमिकता देते हैं जिसमें पहले से ही कंपनी का वित्तीय संबंध चलता आ रहा हो।