इंडियन टेक्सटाइल सेक्टर (सौ. सोशल मीडिया )
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का फैसला किया है, जिसके चलते वहां से जमीनी रास्ते से आने वाले कपड़ों पर बैन लगा गया है। इस बैन के कारण पड़ोसी देश बांग्लादेश को करोड़ों रुपयों का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
हालांकि बांग्लादेश पर इंपोर्ट बैन के चलते भारत के टेक्सटाइल सेक्टर को जबरदस्त बूस्ट मिल सकता है। देश में बनने वाले कपड़ों के बिजनेस में 1000 करोड़ रुपये की बढ़त हो सकती है, जिसके कारण टेक्सटाइल इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों की इनकम भी बढ़ सकती है और साथ ही भारत का एमएसएमई सेक्टर भी बढ़ सकता है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टेक्सटाइल इंडस्ट्री का बिजनेस बढ़ेगा। हालांकि सर्दियों के दिनों में सप्लाई चेन पर इसका सीधा असर देखा जा सकता है। यहीं कारण है कि सर्दियों में डेनिम और ऊनी कपड़ों की कीमतों में उछाल आ सकता है। उनके प्राइस में 2 से 3 प्रतिशत की बढ़त हासिल हो सकती है। डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड की ओर से पिछले शनिवार को जमीनी रास्ते से बांग्लादेश से आने वाले कपड़ों को बैन कर दिया गया, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच में टेक्सटाइल इंडस्ट्री के भविष्य को लेकर बातें होने लगी हैं। हालांकि भारत सरकार ने केवल जमीन के रास्ते पर बैन लगाया है। बांग्लादेश कोलकाता और न्हावा शेवा पोर्ट के माध्यम से अब भी एक्सपोर्ट कर सकता है।
शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव, एफपीआई में फिर भी निवेशकों का विश्वास बरकरार
भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री की ओर से बहुत दिनों से बांग्लादेश कपड़ों के इंपोर्ट पर बैन लगाने की डिमांड कर रहा था, क्योंकि जीरो टैरिफ होने के चलते वहां से भारत में आने वाले प्रोडक्ट्स की संख्या दोगुनी हो गई थी, जिसका सीधा असर इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर पड़ रहा था। सरकार के इस कदम से चीनी कपड़े के पीछे के रास्ते से होने वाले इंपोर्ट पर भी रोकथाम लगने की उम्मीद है, जिस पर एडिशनल 20 प्रतिशत इंपोर्ट टैरिफ लगता है। बिजनेस और इंडस्ट्री का एकमत से ये मानना है कि इंपोर्ट पॉलिसी में बदलाव के कारण बांग्लादेश को भारत से ज्यादा नुकसान झेलना पड़ सकता है।