जीतनराम मांझी, फोटो- सोशल मीडिया
Bihar Assembly Election 2025: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी ने बुधवार, 22 अक्टूबर को राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया। मांझी ने तेजस्वी की बेबुनियादी बातों पर भरोसा न करने की अपील की, और नौकरी के वादे को पूरा करने के लिए जरूरी सात लाख करोड़ रुपये के खर्च पर सवाल उठाया।
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी ने बुधवार, 22 अक्टूबर को पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में तेजस्वी यादव की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठाए। मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव की बातों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि “वो कुछ भी कह देते हैं।”
मांझी ने तेजस्वी के उस वादे पर सीधा हमला किया जिसमें उन्होंने बिहार में सभी युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी। उन्होंने याद दिलाया कि विशेषज्ञों ने भी अपने तर्कों के साथ तेजस्वी यादव की तरफ से कही गई बातों को सिरे से खारिज कर दिया था। मांझी ने तर्क दिया कि यदि तेजस्वी यह नौकरी का वादा पूरा करते हैं, तो सात लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
उन्होंने यह आंकड़ा देते हुए बताया कि बिहार का पूरा बजट मात्र 3 लाख 17 करोड़ रुपए है। मांझी ने तेजस्वी यादव से सीधा सवाल किया कि वह नौकरी देने के लिए सात लाख करोड़ रुपए कहां से लेकर आएंगे। मांझी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ऐसी बेबुनियादी बातें कहकर प्रदेश के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने यह भ्रम पाल लिया है कि प्रदेश में इनकी सरकार बनने जा रही है। लेकिन, मांझी ने सच्चाई बताते हुए कहा कि इस बार प्रदेश की जनता इन लोगों को फिर से हार का मुंह दिखाने जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करें, क्योंकि अब यह लोग बिल्कुल भी विश्वास के लायक नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि इससे पहले इन लोगों ने ‘संविधान खतरे में है’ के नाम की थ्योरी स्थापित की थी। मांझी ने स्वीकार किया कि इस प्रयास से एनडीए की सीटों में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन साथ ही यह स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति को आम के नीचे बबूल मिल सकता है, लेकिन बार-बार नहीं।
मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश की जनता के हित के लिए अनेकों कदम उठाए हैं, खासकर महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में। इसी तरह से केंद्र सरकार ने भी मुफ्त अनाज देने का ऐलान किया।
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उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की कार्यशैली से यह साफ जाहिर हो रहा है कि वो किसी भी व्यक्ति के हितों के साथ कोई भी समझौता नहीं करने जा रही है। मांझी ने लालू यादव की पूर्ववर्ती सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि उस समय भी इन लोगों ने कुछ भी नहीं किया था।