राहुल गांधी और गिरिराज सिंह, फोटो- सोशल मीडिया
Gandhi Jayanti के मौके पर बेगूसराय में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब-जब देश पर आपदा आई, संघ सबसे पहले सेवा में उतरा। वहीं राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘अर्बन नक्सल’ जैसी मानसिकता वाला बताया।
गिरिराज सिंह ने कहा कि आरएसएस केवल एक संगठन नहीं, बल्कि सेवा और संस्कार का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “संघ का स्वयंसेवक बनने के लिए सात जन्म लेने पड़ते हैं। यह संस्था सौ वर्षों से देश की सांस्कृतिक और रचनात्मक सेवा कर रही है।” उन्होंने यह भी बताया कि आरएसएस ने हर आपदा में चाहे वह बाढ़ हो, भूकंप हो या महामारी बिना भेदभाव के सेवा की है।
राहुल गांधी को घेरते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, “जो लोग संघ को नहीं समझ सकते, वे उसे गालियां देते हैं। राहुल गांधी अर्बन नक्सल की तरह व्यवहार करते हैं और देश के मूल्यों को नुकसान पहुंचाते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे नेता देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं।
कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा संघ को “आतंकी संगठन” कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, “जब नेता राहुल गांधी जैसा होगा, तो बाकी पार्टी के लोग भी वैसी ही भाषा बोलेंगे। यह मानसिकता दर्शाती है कि कांग्रेस अब सिर्फ नकारात्मक राजनीति का हिस्सा बन गई है।”
बेगूसराय, बिहार: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “बेगूसराय के सांसद होने के नाते, आज बेगूसराय का स्थापना दिवस है। इस अवसर पर मैं बेगूसराय वासियों को ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। आज विकास के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है, इसके लिए भी मैं शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही,… pic.twitter.com/5TbiIBqIeJ — IANS Hindi (@IANSKhabar) October 2, 2025
बेगूसराय के स्थापना दिवस पर गिरिराज सिंह ने वहां की जनता को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है, जिससे आगे चलकर स्थानीय विकास को गति मिलेगी।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के उस बयान पर जिसमें उन्होंने मनमोहन सिंह सरकार को कमजोर बताया, गिरिराज सिंह ने कहा, “यह स्वीकार करना कि कांग्रेस की सरकार में इच्छाशक्ति की कमी थी, ये दिखाता है कि कांग्रेस पाकिस्तान जैसे मुद्दों को भी वोट बैंक की राजनीति से देखती रही।”