तेजस्वी यादव (फोटो- सोशल मीडिया)
पटना: मोदी सरकार ने अगले साल 2026 में पूरे देश में जातीय जनगणना करवाने का फैसला किया है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर बयान दिया है। तेजस्वी ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उनकी मंशा जनगणना को लेकर सही नहीं है।
तेजस्वी यादव ने बुधवार को इसे लेकर मीडिया से बात की। तेजस्वी ने कहा, इन (भाजपा) लोगों की मंशा ठीक नहीं है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिहार चुनाव को देखते हुए जातीय जनगणना करवाने की घोषणा की है, ताकि वे इसका फायदा चुनाव में उठा सकें।
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा की मंशा ठीक नहीं है। लोगों की मंशा ठीक नहीं है। हमने पहले भी कहा है कि बिहार चुनाव को देखते हुए इन लोगों ने घोषणा की है। हमारे दबाव और पुरानी मांग के कारण इन्होंने इसे कैबिनेट से पास कराया है। हम वर्गों की भी गिनती कराएंगे, जिससे पता चलेगा कि कितनी जातियां हैं और कितने ओबीसी, ईबीसी हैं।
#WATCH पटना, बिहार: जाति जनगणना मुद्दे पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “इन(भाजपा) लोगों की मंशा ठीक नहीं है। हमने पहले भी कहा है कि बिहार चुनाव को देखते हुए इन लोगों ने घोषणा की है। हमारे दबाव और पुरानी मांग के कारण इन्होंने इसे कैबिनेट से पास कराया है। हम वर्गों की भी गिनती… pic.twitter.com/kJaHUjDRpW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2025
अक्टूबर या नवंबर 2025 में बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव हो सकते हैं। इसे देखते हुए बिहार में सियासत तेज हो गई है। इसी बीच केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना करवाने का ऐलान किया है। इसे लेकर आरजेडी को शक है कि भाजपा बिहार चुनाव में इसका फायदा उठाने की कोशिश कर सकती है।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने अपने एक्स अकाउंट से एक कार्टून शेयर करके पीएम मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला था। कार्टून में सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी का प्रतीकात्मक फोटो है, जिसे आम आदमी एक गठ्ठर में लेकर ढोता नजर आ रहा है। तेजस्वी ने इस पोस्ट में कहा है कि बिहार पिछले 20 साल से एनडीए की निकम्मी और नाकारा सरकार को ढो रहा है। उन्होंने कहा कि इस तस्वीर में आपको महंगाई, भ्रष्टाचार, ढहते पुल, गरीबी, घूसखोरी, बिगड़ी शिक्षा व्यवस्था, बाढ़, सूखा, बेरोजगारी जैसे कई गंभीर मुद्दे हैं जिनका बोझ आम आदमी सह रहाहै।
केंद्रीय कैबिनेट ने 30 अप्रैल को जाति जनगणना को मंजूरी दी थी। देश में आजादी के बाद यह पहली बार होगा, जब जाति जनगणना कराई जाएगी। सरकार अगले साल जातिगत जनगणना दो चरणों में करेगी। इसका पहला चरण अक्टूबर 2026 से शुरू होगा, जबकि दूसरे चरण की शुरुआत 1 मार्च 2027 से शुरू होगी।