प्रतीकात्मक फोटो (चुनाव आयोग), फोटो: सोशल मीडिया
बिहार: बिहार के सात करोड़ नब्बे लाख मतदाताओं में से सात करोड़ आठ लाख यानी 89.7 प्रतिशत ईएफ एकत्र किए जा चुके हैं। अपलोड डिजिटल गणना प्रपत्र लगभग 6 करोड़ सत्तर लाख यानी 84.9 प्रतिशत हैं। जहां लगभग 35 लाख या 4.5 प्रतिशत मतदाता अपने पते पर नहीं मिले तो वहीं साढ़े बारह लाख या 1.59 प्रतिशत मृत वोटर पाए गए। इसी के साथ स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं की संख्या 17.37 लाख या 2.2 प्रतिशत है। अब सिर्फ 45.8 लाख या 5.8 प्रतिशत मतदाताओं के गणना प्रपत्र प्राप्त होने हैं।
आज तक 89.7 प्रतिशत मौजूदा मतदाताओं ने 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में शामिल होने के लिए अपना गणना फॉर्म जमा कर दिया है। कोई भी मतदाता ईसीआईनेट ऐप या वोटर्स डॉट ईसीआई डॉट गॉव डॉट इन पर अपने गणना फॉर्म की स्थिति भी देख सकता है। गणना फॉर्म उसी लिंक पर हिंदी में ऑनलाइन भी भरे जा सकते हैं।
वोटर लिस्ट के रिवीजन में अब 8 दिन का समय बचा है। इसके लिए पूरे बिहार में न सिर्फ चुनाव आयोग के साथ-साथ राजनीतिक दल भी अपने स्तर पर लगे हुए हैं। अब उन मतदाताओं का पुनः सत्यापन करने के लिए जो बीएलओ के तीन बार जाने के बाद भी अपने पते पर नहीं मिले हैं, उन मतदाताओं की जानकारी (जो मृत हैं, स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए या कई स्थानों पर पंजीकृत हैं) राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों और उनके ओर से नियुक्त किए गए डेढ़ लाख बूथ स्तरीय एजेंटों के साथ शेयर की जा रही है, ताकि 25 जुलाई से पहले ऐसे मतदाताओं की सटीक स्थिति की पुष्टि की जा सके।
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बिहार के सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के सभी 5,683 वार्डों में विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं। बिहार से अस्थायी रूप से बाहर प्रवास करने वाले लोग भी अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके ईसीआईनेट ऐप या वोटर्स डॉट ईसीआई डॉट गॉव डॉट इन के माध्यम से ऑनलाइन गणना फॉर्म भर सकते हैं। वे पहले से भरे हुए गणना फॉर्म को डाउनलोड भी कर सकते हैं और भरे हुए फॉर्म को सीधे बीएलओ के साथ या अपने परिवार के माध्यम से व्हाट्सऐप या किसी अन्य माध्यम से साझा कर सकते हैं।
(IANS इनपुट के साथ)