GST के कम होने से कम होगी कीमत। (सौ. Pixabay)
GST reform 2025: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में GST सुधार की बड़ी घोषणा की। इसके तहत सरकार अब छोटी कारों पर लगने वाले टैक्स को कम करने जा रही है। यह फैसला ऑटोमोबाइल सेक्टर और उपभोक्ताओं दोनों के लिए बड़ी राहत लेकर आ सकता है।
वर्तमान में 1200cc से कम इंजन और 4 मीटर से छोटी कारों पर 28 फीसदी GST और 1 फीसदी सेस वसूला जाता है। प्रस्तावित सुधार के बाद इन वाहनों पर टैक्स घटकर 18 फीसदी GST और 1 फीसदी सेस रह जाएगा। इसका सीधा असर कारों की कीमतों में कमी के रूप में देखने को मिल सकता है।
टैक्स दर घटने के बाद छोटी कारें अब आम ग्राहकों की पहुंच में और आसानी से आ सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहकों को बड़ा फायदा मिलेगा। वहीं, ईंधन दक्षता और किफायती दाम वाली गाड़ियां मध्यम वर्ग की पसंद में और तेजी से शामिल हो सकती हैं।
भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग लंबे समय से टैक्स संरचना में बदलाव की मांग करता आ रहा था। उद्योग से जुड़े जानकारों का कहना है कि इस कदम से बिक्री में तेजी आएगी और खासकर छोटी कारों के सेगमेंट में कंपनियों को मजबूत बढ़त मिलेगी। एक विशेषज्ञ ने कहा, “GST दर में कटौती से बाजार में नई मांग पैदा होगी और कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने का अवसर मिलेगा।”
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सरकार का उद्देश्य है कि टैक्स का बोझ कम करके वाहन उद्योग को मजबूती दी जाए। साथ ही, यह कदम देश की आर्थिक वृद्धि को भी गति दे सकता है। छोटे कार सेगमेंट में बिक्री बढ़ने से रोजगार सृजन और सप्लाई चेन को भी लाभ पहुंचेगा।
यदि यह प्रस्ताव लागू होता है तो मारुति, हुंडई, टाटा जैसी कंपनियों को बड़ी बढ़त मिल सकती है। साथ ही, इलेक्ट्रिक और कॉम्पैक्ट कारों की मांग में भी इजाफा होने की संभावना है।