Sunfilm से कैसे लग रहा है जुर्माना। (सौ. Shutterstock)
जैसे ही मई का महीना शुरू हुआ, वैसे ही देश के अधिकांश हिस्सों में चिलचिलाती गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। खासकर दोपहर के समय कार ड्राइव करना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं रहा। ऐसे में कई लोग राहत पाने के लिए अपनी कारों पर सनफिल्म लगवा रहे हैं, लेकिन यह राहत अब भारी जुर्माने में बदल रही है।
सनफिल्म एक प्रकार की शीट होती है जिसे कार की विंडो और विंडशील्ड पर चिपकाया जाता है, जिससे सूरज की किरणें अंदर न आ सकें और कार का इंटीरियर ठंडा बना रहे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। अदालत का स्पष्ट कहना है कि “काली फिल्म या टिंटेड शीट्स का इस्तेमाल गाड़ियों में आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है, इसलिए इन पर रोक लगाई जाती है।”
14 मई 2025 को मैसूर ट्रैफिक पुलिस ने विशेष चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 150 से अधिक कारें पकड़ी गईं। मौके पर ही सनफिल्म को उतार दिया गया और ₹500 का चालान भी काटा गया। इससे पहले मैंगलोर में ऐसे ही अभियान में 500 से ज्यादा गाड़ियों पर कार्रवाई की गई और ₹2.5 लाख से अधिक जुर्माना वसूला गया।
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कुछ ऑटोमोबाइल कंपनियां जैसे मारुति सुजुकी, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज बेंज अपनी गाड़ियों में पहले से ही UV कट ग्लास का विकल्प देती हैं, जो बिना किसी अवैध टिंटिंग के सूरज की किरणों से बचाव करता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार ठंडी रहे और साथ ही कानूनी पचड़े से भी बचे रहें, तो फैक्ट्री-फिटेड UV ग्लास वाली कार खरीदना सबसे अच्छा विकल्प है। बाजार में कुछ लीगल सनफिल्म्स भी उपलब्ध हैं जो बहुत डार्क नहीं होतीं और कुछ राज्यों में सीमित रूप से इनकी अनुमति है।