ADAS क्या होता है। (सौ. Freepik)
सड़क दुर्घटनाएं आज भी दुनिया की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक हैं और लगभग 94% एक्सीडेंट्स इंसानी गलतियों के कारण होते हैं। ऐसे में Advanced Driver Assistance Systems (ADAS) एक ऐसी टेक्नोलॉजी के रूप में सामने आया है, जो दुर्घटनाओं की संख्या और गंभीरता दोनों को कम कर सकता है।
ADAS यानी एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम कार में मौजूद कैमरा, सेंसर, रेडार और AI सॉफ्टवेयर की मदद से काम करता है। यह टेक्नोलॉजी कार को 360 डिग्री व्यू देती है, जिससे ड्राइवर के आस-पास के वातावरण की पूरी जानकारी मिलती है। इसमें System-on-a-Chip (SoC) चिप्स होते हैं जो रीयल टाइम में डेटा को प्रोसेस करते हैं। ADAS का उपयोग अब सिर्फ लक्जरी नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिए जरूरी बन चुका है।
NHTSA की रिपोर्ट (2016) के अनुसार, केवल अमेरिका में 2015 में 35,092 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं। ADAS जैसी तकनीकों के जरिए ये हादसे रोके जा सकते हैं। खासकर, इमरजेंसी ब्रेकिंग, ड्राइवर निगरानी, और सेंसर फ्यूज़न जैसी टेक्नोलॉजीज हादसों की संभावना को काफी हद तक घटा सकती हैं।
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ADAS की आधुनिकता अब Level 2 ऑटोमेशन तक पहुंच चुकी है, जहां कार खुद स्टेयरिंग और स्पीड को कंट्रोल कर सकती है, लेकिन ड्राइवर का ध्यान जरूरी है। भविष्य में यह टेक्नोलॉजी पूरी तरह स्वायत्त वाहन (Autonomous Vehicles) की दिशा में अग्रसर है। इसके लिए कारों में AI प्रोसेसर, न्यूरल नेटवर्क, और सेंसर फ्यूज़न की और अधिक आवश्यकता होगी। ADAS सिर्फ कार को स्मार्ट नहीं बनाता, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी एक नया आयाम देता है।