तेल अवीव: जहां इस समय फिलीस्तीनी चरमपंथी (Palestine) और इजरायल (Israel) अपने निर्णायक युद्ध की तरफ अग्रसर है। वहीं अब गुस्से से बौखलाए इजरायल ने अपनी सेना को पूरी गाजा पट्टी पर ही कब्जे के आदेश दे दिए हैं। इतना ही नहीं इस मिशन के लिए इजरायल ने अपने 1 लाख सैनिकों को गाजा बॉर्डर पर तैनात किया है। साथ ही तीन लाख अतिरिक्त सैनिकों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। वहीं खुद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायल ने इस युद्ध को बिल्कुल भी शुरू नहीं किया है लेकिन इसे हम खत्म जरुर करेंगे।
वहीं इजरायल कि तरफ से अब और कठोर होते हुए रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अधिकारियों को गाजा पट्टी में खाना, पानी, बिजली और फ्यूल की सप्लाई बंद करने के भी आदेश दिए हैं। बता दें कि, इजरायल की एयरफोर्स ने हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के 500 वॉर रूम तबाह कर दिए हैं।
चुकानी पड़ेगी कीमत
इसी बीच अब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli PM Netanyahu) ने हमास को एक और कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि, “इजरायल ने इस युद्ध को बिलुल भी शुरू नहीं किया है लेकिन अब इस खत्म जरुर हम करेंगे।हम यह युद्ध नहीं चाहते थे। इसे सबसे क्रूर तरीके से शुरू किया गया था। हालांकि इजरायल ने इस युद्ध को शुरू नहीं किया, लेकिन इजरायल इसे खत्म जरुर कर देगा।”
Israel is at war.
We didn’t want this war.
It was forced upon us in the most brutal and savage way.
But though Israel didn’t start this war, Israel will finish it.Once, the Jewish people were stateless.
Once, the Jewish people were defenseless.
No longer.Hamas will… pic.twitter.com/eVECGnzLu3
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) October 9, 2023
वहीं इजरायली PM नेतन्याहू ने हमास पर हमला बोलते हुए कहा कि “उन्हें इसकी भरपूर कीमत चुकानी पड़ेगी और वे इसे लंबे समय तक याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि हमास अब समझ जाएगा कि उन्होंने हम पर हमला करके कितनी बड़ी ऐतिहासिक गलती की है। हम उनसे ऐसी कीमत वसूलेंगे जो उन्हें और इजरायल के अन्य दुश्मनों को आने वाले दशकों तक भी याद रहेगी।”
जानकारी दें कि, इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन (Palestine) के बीच बीते 7 अक्टूबर से जंग जारी है। लेकिन इन 3 दिनों के भयंकर युद्ध के दौरान अब तक गाजा और वेस्ट बैंक में 704 लोगों की मौत हुई है और 2,616 लोग घायल हो चुके है। वहीं इजरायल में भी 900 लोगों की मौत हो चुकी है और यहां 3800 घायल है।