नई दिल्ली: आज यानी 26 अक्टूबर को तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) कैश कांड मामले पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी (Ethics Comittee) पहली बैठक होने वाली है। जानकारी के मुताबिक ये बैठक आज दोपहर 12 बजे तय है। वहीं आज लोकसभा की एथिक्स कमेटी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर ‘पैसे के बदले संसद में सवाल पूछने’ के आरोपों पर अपनी पहली बैठक में शिकायतकर्ता भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई अपने बयान दर्ज करवा सकते हैं।
बकरे (चोर) की अम्मा (सांसद) कितने दिन ख़ैर मनाएगी? लोकपाल की कारवाई शुरू pic.twitter.com/s2w19pIcmV — Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) October 25, 2023
जानकारी दें कि इस बाबत BJP नेता निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से की गयी शिकायत में देहाद्रई द्वारा साझा किये गये दस्तावेजों का उल्लेख किया था। वहीं बिरला ने मामले को BJP के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली आचार समिति को भेजा था। निशिकांत दुबे ने कहा है कि किसी समय मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्रई ने मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच अदाणी ग्रुप और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेनदेन के ऐसे सबूत शेयर किए हैं, जिन्हें बिल्कुल भी खारिज नहीं किया जा सकता।
हालंकि इस बाबत कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के हलफनामा के बाद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट कर जवाब भी दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि हीरानंदानी पर दबाव डालकर ये एफिडेविट बनवाया गया है। महुआ मोइत्रा ने यान भी लिखा था कि प्रधानमंत्री कार्यालय के कहने पर हीरानंदानी का ये एफिडेविट तैयार कराया गया है। साथ ही महुआ का कहना था कि एक सादे कागज पर लिखवाकर हीरानंदानी से हस्ताक्षर कराया गया है।
क्या है आरोप ?
जानकारी दें कि महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये नकद लेने का संगीन आरोप है। वहीं BJP सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर इन आरोपों की जांच की मांग की थी। उनका इस बाबत कहना था कि इस बात की जांच की जाए कि महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन से रिश्वत ली और उन्हें अपने संसद लॉगिन क्रेडेंशियल भी उन्हें दिए, जो सुअर्क्षा और सांसद कि गरिमा पर एक बहुत बड़ा प्रश्न खड़ा करता है।