Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

जलवायु परिवर्तन से हर साल मौसम संबंधी अधिक आपदाएं आ रही रही हैं: संयुक्त राष्ट्र

  • By आसिफ सईद
Updated On: Oct 13, 2020 | 04:20 PM
Follow Us
Close
Follow Us:

जिनेवा: भीषण गर्मी, जलवायु परिवर्तन, वनों में आग, सूखा और तूफानों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की मौसम एजेंसी (Weather Agency) ने आगाह किया है कि वर्ष 2030 तक अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता के जरूरतमंद लोगों की संख्या में 50 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है। वर्ष 2018 में दुनिया भर में ऐसी जरूरत वाले लोगों की संख्या 10.8 करोड़ थी।

विश्व मौसम विज्ञान एजेंसी (World Meteorological Agency) ने मंगलवार को जारी एक नयी रिपोर्ट में कहा है कि मौसम की वजह से हर साल अधिक संख्या में आपदाएं आ रही रही हैं। इसमें कहा गया है कि पिछले 50 वर्षों में 11,000 से अधिक आपदाएं आयी हैं जो मौसम, जलवायु और सूनामी जैसी घटनाओं से संबंधित हैं। इन आपदाओं के कारण 20 लाख लोगों की मौत हुयी है और 3.6 खरब (ट्रिलियन) डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है।

इस बीच एक सकारात्मक घटनाक्रम में हर साल मौसम आपदाओं से होने वाली मौतों की औसत संख्या में एक-तिहाई की कमी दर्ज की गयी है। हालांकि ऐसी घटनाओं की संख्या और उनसे होने वाले आर्थिक नुकसान दोनों में वृद्धि हुयी है। ‘स्टेट ऑफ क्लाइमेट सर्विसेज, 2020′ की रिपोर्ट 16 अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों और वित्तीय संस्थानों द्वारा संकलित गयी है।

इस रिपोर्ट में सरकारों से आह्वान किया गया है कि वे पूर्व में ही चेतावनी देने वाली प्रणालियों में अधिक राशि खर्च करें। इससे प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव के लिए तैयारी करने और जरूरी कदम उठाने के लिए देशों की क्षमता में सुधार होगा।

विश्व मौसम विज्ञान एजेंसी के महासचिव पेटेरी तालस ने कहा कि कोविड-19 से एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य और आर्थिक संकट पैदा हुआ है तथा इससे उबरने में कई साल लगेंगे।

ऐसे में यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि जलवायु परिवर्तन आने वाले समय में मानव जीवन, पारिस्थितिकी तंत्र, अर्थव्यवस्थाओं और समाजों के लिए खतरा बना रहेगा। उन्होंने कहा कि महामारी से उबरना एक अवसर बन सकता है ताकि परिस्थितियों के अनुसार, एक अनुकूल रास्ते पर आगे बढ़ा जा सके। 

Climate change means more weather related disasters every year united nations

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 13, 2020 | 04:20 PM

Topics:  

सम्बंधित ख़बरें

1

Mumbai Rain: जलमग्न हुआ जलसा, पानी में डूबा अमिताभ का घर, मुंबई में भारी बारिश से मचा कोहराम

2

Honda ने पूरे किए 6 महीने: Activa e की धीमी बिक्री, QC1 बना ग्राहकों की पहली पसंद

3

Dhanashree Verma: युजवेंद्र चहल के टी-शर्ट कोट पर दिया जवाब, तलाक पर पहली बार बोलीं धनश्री वर्मा

4

राष्ट्रसंत ने बढ़ाए मानवतावादी विचार, नागपुर विवि पहुंची श्री गुरुदेव क्रांतिज्योत यात्रा का स्वागत

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.