अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस
International Day of Older Persons 2024:हमें बचपन से ही घर-परिवार में ये शिक्षा दी जाती है कि, हमें अपने से बड़ों का सम्मान करना चाहिए। हमारे बड़े-बुजुर्ग हमारे घर की नींव होते हैं। बुजुर्गों का आशीर्वाद बहुत भाग्य वालों को मिलता है इसलिए सभी को अपने से बड़ों और वरिष्ठजनों का सम्मान करना चाहिए।
बता दे, बुजुर्गावस्था हर इंसान के जीवन का एक पड़ाव है। इस समय में व्यक्ति को प्यार सम्मान और अपनेपन की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। जिन लोगों पर बुजुर्गों का साया होता है वे लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं। बुजुर्ग ही हमें जीवन जीने का सही मार्ग सिखाते हैं। उनके अनुभव और सीख से जीवन में आप किसी भी कठिनाई को पार करने में सक्षम होते हैं। इसलिए हमें कभी भी उनके प्रति उपेक्षा का भाव नहीं रखना चाहिए।
लेकिन, मौजूदा समय में वृद्धों एवं प्रौढ़ों के साथ होने वाले अन्याय, उपेक्षा और दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से हर साल 1 अक्टूबर को ‘अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुजुर्गों को प्रति अपना सम्मान व्यक्त करने के लिए हर वर्ष 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जाता है। चाहे हमारे घर के बुजुर्ग हो या फिर बाहर के हमें हमेशा ही अपने मन में बुजुर्गों के प्रति अपने मन में आदर और सम्मान की भावना रखनी चाहिए। फिर भी विशेष तौर पर 1 अक्टूबर को वृद्धजनों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए और उनके प्रति होने वाली उपेक्षा को रोकने के लिए ये दिन मनाया जाता है।
‘अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ का क्या है इतिहास
हर साल की तरह इस साल भी 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 अक्टूबर 1990 में वृद्धजनों के लिए अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस घोषित किए जाने की बात रखी थी, जिसके बाद से 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इससे पहले दो महत्वपूर्ण घटनाक्रम थे।
वियना अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना और एजिंग पर विश्व सभा। दो पहलों ने बुजुर्ग लोगों के लिए समर्पित दिन का नेतृत्व किया। इस वृद्ध दिवस (Older Persons Day) के दिन न सिर्फ बुजुर्गों के प्रति उदार होने का संकल्प लेना चाहिए, बल्कि बुजुर्गों की देखभाल की जिम्मेदारी भी समझनी चाहिए।
‘अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ का क्या है महत्व
आपको बता दें, दुनियाभर में रह रहे वृद्धों और उम्रदराज लोगों के साथ होने वाले भेदभाव, अपमानजनक व्यवहार, उपेक्षा और अन्याय पर रोक लगाने के उद्देश्य से इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिन खासतौर पर कई स्वयंसेवा संस्था विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए देशभर में वृद्धजनों के साथ हो रहे अन्याय को सबके सामने रखकर लोगों में उनके प्रति सम्मान को जगाने के जागरुकता अभियान भी चलाती हैं।