UN ने भारत-पाकिस्तान से की अपील, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
वांशिगटन: भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों तक चली सैन्य तनाव और झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया है और सीमा पर अब शांति है। भारत के सशस्त्र बलों की कड़ी कार्रवाई ने पाकिस्तान को जल्दी ही घुटनों पर ला दिया। इसके बाद पाकिस्तान की मांग पर भारत ने सीजफायर स्वीकार किया। इस समझौते पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह उम्मीद की जाती है कि दोनों देश इस मौके का इस्तेमाल लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए करेंगे।
यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर और सैन्य कार्रवाई रोकने के फैसले पर कहा कि स्थिति पहले से बेहतर है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जो समझौता हुआ है, वह अब तक कायम है। मुझे लगता है कि हम पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं। हमें उम्मीद है कि यह सीजफायर जारी रहेगा। हम आशा करते हैं कि दोनों देश इस मौके का लाभ उठाकर अपने आपसी लंबित मुद्दों का समाधान करेंगे।
अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने यह पहलगाम हमले को लेकर स्पष्ट किया था कि आम लोगों पर किए गए हमले किसी भी हालात में जायज़ नहीं ठहराए जा सकते। यूएन प्रमुख के प्रवक्ता ने भारत और पाकिस्तान से आग्रह किया कि वे स्थिति को और अधिक खराब होने से रोकें। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र का विश्वास है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मसले शांतिपूर्ण तरीके से, सार्थक संवाद और आपसी बातचीत के माध्यम से सुलझाए जा सकते हैं।
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22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी। इस हमले का जवाब देते हुए, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद, पाकिस्तान ने भारत के जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक लगातार मिसाइलों, ड्रोन और फाइटर जेट्स से हमला किया, लेकिन भारतीय सेना ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर दिया।
इसके बाद, भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड और कंट्रोल सेंटर और रडार स्थलों समेत कई अहम सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया। भारत की इस ताकतवर प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान ने घुटने टेकते हुए शांति की अपील की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा हुई।