डोनाल्ड ट्रंप, शी जिनपिंग (सोर्स- सोशल मीडिया)
US-China Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बेबाक बयान और दावों के लिए जाने जाते हैं। हालांकि कई बार इसके चलते मुंह की खानी भी पड़ी है। ताजा मामला चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से जुड़ा है। जिनके बारे में ट्रंप ने हाल ही में 100 प्रतिशत टैरिफ विवाद को लेकर कहा था कि अब उनसे बात करने का कोई मतलब नहीं है, लेकिन अब वो खुद चीनी राष्ट्रपति से मिलने की तैयारी कर रहे हैं।
ट्रंप ने पिछले हफ्ते सभी चीनी सामानों पर 100% टैक्स लगाने का ऐलान किया था, लेकिन अब उन्होंने माना कि ये फैसला लंबे समय तक सही नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें ये कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। ट्रंप ने कहा, मुझे लगता है कि चीन के साथ चीजें ठीक हो जाएंगी और हम दो हफ्ते में मिलने वाले हैं।
यह बात तब आई है जब अमेरिका और चीन के बीच बातचीत थोड़ी उथल-पुथल भरी रही है। ट्रंप ने चीन पर आरोप लगाया था कि वह जरूरी मिनरल्स जैसे इलेक्ट्रिक गाड़ियों और डिफेंस सिस्टम के लिए इस्तेमाल होने वाले रियर अर्थ मटीरियल्स पर एक्सपोर्ट कंट्रोल लगाकर दुनिया को रोकना चाहता है। उन्होंने कहा था कि इसलिए एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक समिट में शी से मिलने का कोई मतलब नहीं है।
चीन ने ट्रंप के टैक्स फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अमेरिका ने मनमाने तरीके से दोहरे मापदंड अपनाए हैं। चीन ने चेतावनी दी कि वह इस पर जवाब देगा। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका का यह कदम चीन के हितों को नुकसान पहुंचाता है और दोनों देशों के बीच व्यापार बातचीत को खराब करता है। मंत्रालय ने कहा, “चीन लड़ना नहीं चाहता, लेकिन लड़ने से भी डरता नहीं है।”
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वहीं, ट्रंप ने हाल ही में चीन के साथ टैरिफ विवाद को लेकर कहा कि, 100% टैक्स टिकाऊ नहीं हैं। जो यह दिखाता है कि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की कोशिश हो रही है। अगर शी जिनपिंग और ट्रंप की मुलाकात होती है, तो यह बातचीत शुरू करने का अच्छा मौका होगा, खासकर जब व्यापार संबंध काफी तनाव में हैं।