अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (सोर्स - सोशल मीडिया)
वाशिंगटन डीसी: गाजा में जारी संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय हालात के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सोमवार को मुलाकात करेंगे। नेतन्याहू के कार्यालय और व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने इस बैठक की पुष्टि की है। ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद यह दोनों नेताओं की दूसरी बैठक होगी, जो ऐसे समय में हो रही है जब इजराइल ने गाजा पट्टी में एक नए सुरक्षा गलियारे में सेना की तैनाती शुरू कर दी है और हमास के खिलाफ अपने रुख को और सख्त बना लिया है।
नेतन्याहू के अनुसार, बैठक में गाजा के हालात, बंधकों की वापसी, ईरान से जुड़ा खतरा, शुल्क से जुड़े मुद्दे और इजराइल-तुर्किये संबंधों पर बातचीत होगी। इजराइली रक्षा मंत्री ने हाल ही में बयान दिया था कि इजराइल गाजा के कई इलाकों को अपने सुरक्षा क्षेत्र में शामिल करने की योजना पर काम कर रहा है। वहीं, पिछले महीने संघर्षविराम के बीच इजराइल ने अचानक गाजा पर बमबारी शुरू कर दी थी, जिसे व्हाइट हाउस ने समर्थन दिया था। ट्रंप के समर्थन से यह संदेश साफ है कि अमेरिका हमास के खिलाफ इजराइल की नीति के साथ खड़ा है।
इजराइल का स्पष्ट रुख है कि जब तक हमास 7 अक्टूबर 2023 के हमले में पकड़े गए बंधकों को रिहा नहीं करता, हथियार नहीं डालता और गाजा से पूरी तरह पीछे नहीं हटता, तब तक सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। ट्रंप और नेतन्याहू के बीच इस पर खास रणनीतिक चर्चा होनी तय है। बता दें कि पिछले महीने इजराइल ने संघर्षविराम तोड़ते हुए गाजा पर अचानक बमबारी कर दी थी,व्हाइट हाउस ने उसके इस कदम का समर्थन किया था। इजराइल ने संकल्प लिया है कि जब तक हमास सात अक्टूबर, 2023 के हमले में बंधक बनाए गए लोगों को रिहा नहीं करता, अपने हथियार नहीं डालता और गाजा क्षेत्र से बाहर नहीं निकलता तब तक युद्ध जारी रहेगा।
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बैठक में ईरान के परमाणु खतरे को लेकर भी गहन बातचीत की संभावना है। इसके साथ ही नेतन्याहू तुर्किये के साथ बिगड़ते संबंधों पर ट्रंप से सहयोग की उम्मीद कर सकते हैं, जिससे पश्चिम एशिया में अमेरिका और इजराइल की साझेदारी और मजबूत हो सके। मुलाकात की जानकारी नेतन्याहू के कार्यालय ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा कि नेतन्याहू और ट्रंप शुल्क के मुद्दे, हमारे बंधकों को वापस करने के प्रयासों, इजराइल-तुर्किये संबंधों, ईरानी खतरे जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।