थाईलैंड-कंबोडिया के हुआ युद्धविराम (फोटो- सोशल मीडिया)
Thailand-Cambodia Conflict: थाईलैंड और कंबोडिया ने सीजफायर का ऐलान कर दिया है। दोनों देशों में बिना शर्त युद्ध रोकने को लेकर सहमती बन गई। मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने सोमवार को जानकारी दी कि दोनों देशों ने सीमा विवाद को खत्म करने के लिए यह फैसला लिया है। यह विकास मलेशिया द्वारा थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष में मध्यस्थता की पेशकश के बाद सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, चीन और अमेरिका ने इस युद्धविराम की मध्यस्थता की। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आज शांति वार्ता हुई। इस बैठक में थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने भी भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम कर रहे थे।
Thailand and Cambodia agree to a ceasefire from midnight tonight pic.twitter.com/KGvqvWQTpR
— Hadi Azmi (@amerhadiazmi) July 28, 2025
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लगभग 900 किलोमीटर लंबी सीमा है। इसी सीमा पर भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर स्थित है, जिस पर दोनों देशों का दावा है। 25 जुलाई को थाईलैंड ने आरोप लगाया कि कंबोडिया की सेना ने उसके सैन्य ठिकानों पर हमला किया। इस हमले में थाईलैंड के 16 लोग मारे गए। जवाबी कार्रवाई में थाईलैंड ने एफ-16 लड़ाकू विमानों से हमला शुरू कर दिया।
इस संघर्ष में कुल 31 लोगों की मौत हुई, जिनमें अधिकांश आम नागरिक थे। जानकारी के अनुसार, इस झड़प के कारण एक हजार से अधिक लोगों को अपना घर छोड़कर इलाके से विस्थापित होना पड़ा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविार को थाईलैंड और कंबोडिया के बीद युद्ध विराम की पहल की थी। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीद युद्धविराम का जिक्र करते हुए दावा किया था कि युद्ध रूकवाने उनके लिए आसान काम है। ट्रंप ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से मुलाकात के दौरान कहा कि उन्होंने थाईलैंड और कंबोडिया के नेताओं को स्पष्ट चेतावनी दी है। कि अगर युद्ध नहीं रुका, तो अमेरिका उनके साथ कोई व्यापारिक समझौता नहीं करेगा।
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इससे पहले शनिवार को ट्रंप ने दावा किया था कि थाईलैंड और कंबोडिया के नेताओं ने तुरंत संघर्षविराम वार्ता के लिए सहमति जता दी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह युद्ध उन्हें भारत-पाकिस्तान के उस संघर्ष की याद दिलाता है, जिसे अमेरिका ने सफलतापूर्वक टाल दिया था।