हाफिज सईद ,फोटो (सो. सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान के झेलम में हुई गोलीबारी में घायल हो गया है। उसे इलाज के लिए रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना उस समय हुई जब सईद पाकिस्तानी सेना के मंगला कोर कमांडर से मुलाकात कर लौट रहा था। इस हमले में उसका भतीजा अबु कताल मारा गया, जबकि हाफिज की हालत नाजुक बताई जा रही है।
हाफिज सईद का जन्म 1950 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा जिले में हुआ था। उसने लाहौर स्थित पाकिस्तान की यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (UET) से अपनी शिक्षा पूरी की। इसके बाद वह सऊदी अरब गया, जहां उसने कट्टर इस्लामिक विचारधारा को अपनाया। 1980 के दशक में, उसने अफगानिस्तान में जिहादियों के साथ मिलकर आतंकवादी गतिविधियों की ट्रेनिंग ली। हाफिज सईद, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जमात-उद-दावा (JuD) का संस्थापक भी है। इसे भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का प्रमुख साजिशकर्ता माना जाता है।
वर्ष | घटना | विवरण |
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2001 | संसद हमला | आतंकवादियों ने भारतीय संसद पर हमला किया। |
2006 | मुंबई लोकल ट्रेन धमाके | बम धमाकों में 209 लोगों की मौत हुई। |
2008 | मुंबई आतंकी हमला | 10 आतंकियों ने मुंबई में कई जगहों पर हमला किया, जिसमें 166 लोग मारे गए। |
2016 | उरी हमला | उरी में सेना के कैंप पर हमला हुआ, जिसमें 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए। |
2019 | पुलवामा हमला | आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए। |
1990 के दशक में हाफिज सईद ने लश्कर-ए-तैयबा नामक संगठन की स्थापना की, जिसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का समर्थन प्राप्त था। यह संगठन भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा और कश्मीर में कई हमलों को अंजाम दिया। 2002 में भारत और अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा को एक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया। इसके बाद, हाफिज सईद ने जमात-उद-दावा (JuD) नाम से एक नया संगठन बनाया, लेकिन यह भी आतंकवाद से जुड़े मामलों में संलिप्त पाया गया।
संयुक्त राष्ट्र ने हाफिज सईद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है, और अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर (लगभग 83 करोड़ रुपये) का इनाम रखा है। पाकिस्तान ने उस पर कुछ प्रतीकात्मक कार्रवाई जरूर की, लेकिन हमेशा उसे बचाने की कोशिश करता रहा।
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2019 में, जब पाकिस्तान को एफएटीएफ (FATF) की ग्रे लिस्ट में डाला गया, तब अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते उसने हाफिज सईद को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया और 10 साल की सजा सुनाई। हालांकि, यह कदम केवल दबाव में उठाया गया था, क्योंकि पाकिस्तान लगातार उसे सुरक्षा देता आया है।