अफगानिस्तान के उप प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (सोर्स- सोशल मीडिया)
Mullah Abdul Ghani Baradar Warns Pakistan: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच फिर से तनाव बढ़ गया है। ड्यूरंड लाइन पर दोनों देशों ने भारी हथियार और ज्यादा सैनिक ले आए हैं। ऐसी स्थिति बन गई है कि कभी भी यह शांतिपूर्ण माहौल झड़प में बदल सकता है। इसी बीच अफगानिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने पाकिस्तानको कड़ी चेतावनी दी है।
मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने कहा कि कोई भी देश अफगान जमीन पर नजर न लगाए। हालांकि उन्होंने सीधे पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका मतलब साफ था कि अफगान लोग किसी भी घुसपैठ या अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। बरादर यह बात अफगान राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की स्पेशल कमांडो फोर्सेज के दीक्षांत समारोह में कह रहे थे।
उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है, लेकिन अगर कोई हमला करता है तो उसका जवाब कड़ा होगा। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब कुछ समय पहले पाकिस्तान की एक एयरस्ट्राइक में कई लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर बच्चे थे। इस वजह से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन लगातार अफगान सीमा के पास की निगरानी कर रहे हैं। चमन, स्पिन बोलदक, अंगूर अड्डा, कुर्रम, नंगरहार और तोरखम जैसे इलाकों में गतिविधियां तेज हो गई हैं। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच बड़ा संघर्ष हो सकता है। ड्यूरंड लाइन पर हाल के हफ्तों में छोटी फायरिंग और झड़पें भी हुई हैं, खासकर कुर्रम और नंगरहार इलाकों में यह तनाव पुराना है। लेकिन इस बार भारी हथियारों और सैनिकों को लाकर दोनों पक्ष खतरे को और बड़ा कर रहे हैं।
पाकिस्तान के अंदर भी सुरक्षा कमजोर हो रही है। पेशावर से खबर आई है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षा बलों ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के 22 आतंकियों को मार गिराया है। यह कार्रवाई डेरा इस्माइल खान जिले में खुफिया जानकारी के आधार पर हुई। सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर फायरिंग करके उन्हें खत्म किया। इलाके में तलाशी अभियान अभी भी चल रहा है।
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सीमा पर बढ़ता तनाव, आतंकी हमले और सेना की तैयारियां बताते हैं कि आने वाले दिन इस क्षेत्र में बड़ा संघर्ष हो सकता है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच शांति के लिए फिलहाल कुछ आसान रास्ते नजर नहीं आ रहे हैं।