शेख हसीना के समर्थकों का यूनुस खान के खिलाफ विरोध
ढाका: बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद से ये देश अभी तक शांत नहीं हो सका है। अब पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग आज ढाका में मौजूदा अंतरिम सरकार के खिलाफ बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन के मूड में है। जिसे देखते हुए अंतरिम युनूस सरकार ने सेना को सड़कों पर उतार दिया है।
शेख हसीना की ताकत हो रोकने के लिए मोहम्मद यूनुस ने सेना की 191 टुकड़ियों को तैनात की। इस बीच ढाका में अवामी लीग के कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर पुलिस ने सख्ती बरती है। उनके विरोध प्रदर्शन के पहले शेख हसीना के सैकड़ों समर्थकों को अरेस्ट कर लिया गया है है।
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सूत्रों के मुताबिक, बावजूद इसके अवामी लीग पार्टी समर्थक और भूमिगत हुए नेता ढाका के जीरो पॉइंट, गुलिस्तान, नूर हुसैन स्क्वायर इलाकों में सड़कों पर उतरेंगे। अवामी लीग के जमावड़े और विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए बांग्लादेश की सेना, पुलिस और स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालयों के छात्रों ने इन इलाकों में बड़ा जमावड़ा किया हुआ है।
हसीना के समर्थक क्यों कर रहे विरोध
शेख हसीना यानी अवामी लीग पार्टी के समर्थकों ने अपने नेताओं को गलत तरीके से फंसाने, छात्र विंग पर प्रतिबंध लगाने और कार्यकर्ताओं को सताने के लिए अवामी लीग द्वारा यह विरोध प्रदर्शन किया गया है। वहीं बीएनपी और जमात ने घोषणा की थी कि वे अवामी लीग को विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं देंगे।
अवामी लीग का एक्स पर पोस्ट
BNP’s reign of terror on unarmed dissenters to foil Awami League rally
Chanting slogans of BNP chairperson Begum Khaleda Zia, @bdbnp78 supporters can be seen ruthlessly assaulting an unarmed citizen on suspicion of having ties with #AwamiLeague in front of Awami League… pic.twitter.com/aQ8Eq0kWQq
— Awami League (@albd1971) November 10, 2024
दोपहर 3 बजे भारी प्रदर्शन होने की उम्मीद
ढाका पुलिस ने भी अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को विरोध रैली आयोजित करने की अनुमति नहीं दी है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोपहर 3 बजे के बाद ढाका में भारी प्रदर्शन होने की उम्मीद है। देशभर में बीजीबी की 191 टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
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बता दें कि बांग्लादेश साल 2024 के जुलाई महीने से अशांत है। इस तरह से देखें तो पांच महीने होने को हैं। इस बीच कई प्रत्याशित घटनाएं घटीं। जिसे देख पूरी दुनिया हतप्रथ रही। पड़ोसी देश भारत समेत तमाम देशों से लेकर अमेरिका तक की प्रतिक्रियाएं आईं। लेकिन स्थितियां अभी तक सामान्य नहीं हो पाई हैं।