शहबाज शरीफ (फोटो- सोशल मीडिया)
SCO Summit 2025: चीन के तियानजिन शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन जारी है। इसमें एशिया महाद्वीप के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। इसके चलते पूरी दुनिया की नजर इस सम्मेलन पर टिकी रही। खासकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर, क्योंकि दोनों नेता मई में हुए तनाव के बाद पहली बार एक-दूसरे के सामने आ रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी 30 अगस्त को अपने आधिकारिक प्लेन से चीन पहुंचे। इसी प्रकार से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी अन्य नेताओं की तरह अपने प्राइवेट प्लेन से तियानजिन पहुंचे। लेकिन जब चीन की धरती पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का प्लेन लैंड हुआ, तो वह अपने आकार के कारण देखते ही देखते वायरल हो गया। लोग सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के प्लेन से तुलना कर शहबाज शरीफ का मजाक उड़ा रहे हैं।
दरअसल, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जिस प्लेन से चीन पहुंचे, वह भारतीय प्रधानमंत्री के प्लेन के आकार से इतना छोटा था कि लोगों ने मजाक में इसे 125 सीसी प्लेन बता दिया। एक यूजर ने शहबाज के प्लेन वाले वीडियो के नीचे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक फोटो शेयर की, जिसमें केजरीवाल एक प्राइवेट प्लेन के सामने से चलते हुए नजर आ रहे हैं। यूजर ने लिखा, “केजरीवाल के पास यह अच्छा प्लेन है।”
IDK Why People still Compare India with Pakistan
Even our MLAs and MPs fly in better planes than Pakistan’s Prime Minister 😂😂 pic.twitter.com/I2p6t5J1ll
— Saffron Chargers (@SaffronChargers) September 1, 2025
वहीं एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा, “इस पाकिस्तानी विमान मॉडल को 1947 पर आधारित फिल्म ‘गदर’ में दिखाया गया था, जो वर्ष 2000 में रिलीज हुई थी। ऐसा लगता है कि वे अभी भी इसका उपयोग कर रहे हैं।” एक अन्य यूजर ने कहा, “बिल्कुल सही। ‘राफेल हारने वाले’ और ‘राफेल शूटर’ की कोई तुलना नहीं।”
यह भी पढ़ें: बाढ़ में डूबा पाकिस्तान…तो आसिफ ने दिया अनोखा ज्ञान, बोले- अल्लाह की नेमत है बाल्टी में जमा करो
SCO शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और शहबाज शरीफ दोनों शामिल हुए थे। हालांकि पीएम मोदी पूरे सम्मेलन के दौरान उनसे दूरी बनाकर रखी। यहां तक कि उन्होंने शहबाज के सामने आतंकवाद और पहलगाम हमले का मुद्दा उठाया। उन्होंने शिखर सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान साफ किया कि आतंकवाद को खत्म किए बिना किसी वार्ता की उम्मीद रखना बेईमानी है। उन्होंने आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरपंथ को विकास का दुश्मन करार दिया।