सांकेतिक तस्वीर ( सो. सोशल मीडिया )
कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान, कुर्स्क के बर्फीले इलाके में यूक्रेनी विशेष बलों ने दुश्मन सैनिकों की लाशें बरामद कीं। जांच के दौरान, उन्हें उत्तर कोरिया का एक सैनिक जिंदा मिला। जब यूक्रेनी सैनिक उसे पकड़ने पहुंचे, तो उसने आत्मसमर्पण करने के बजाय अपने साथ लाए ग्रेनेड से खुद को उड़ा लिया। यह घटना बीते सप्ताह की भारी लड़ाई के बाद हुई, जिसमें कई सैनिक मारे गए थे।
यूक्रेन की स्पेशल ऑपरेशन फोर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक उत्तरी कोरियाई सैनिक के आत्मघाती कदम को कैद किया गया है।
Watch how Ukraine’s SOF repel North Korean troops assault in russia’s Kursk region.
The special forces eliminated 17 DPRK soldiers. One North Korean soldier had set an unsuccessful trap for the rangers of the 6th Regiment and blew himself up with a grenade. pic.twitter.com/nObBOMnusI
— SPECIAL OPERATIONS FORCES OF UKRAINE (@SOF_UKR) January 13, 2025
कीव के अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में हुए आत्मघाती हमले में यूक्रेनी सैनिकों को कोई क्षति नहीं हुई और वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हालांकि, इस घटना ने युद्धक्षेत्र से मिले सबूतों और खुफिया रिपोर्टों को सही साबित कर दिया है, जिसमें बताया गया है कि उत्तर कोरिया रूस के समर्थन में तीन वर्षों से सक्रिय है।
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रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर कोरिया ने रूस के लिए न केवल सशस्त्र समर्थन किया है, बल्कि उसके सैनिक आत्मघाती हमलों जैसी खतरनाक रणनीतियों का भी सहारा ले रहे हैं। इस खुलासे से युद्ध के नए पहलू सामने आ रहे हैं, जिसमें उत्तर कोरिया की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
उत्तर कोरिया के सैनिक अपनी जान बचाने के लिए आत्महत्या जैसे अत्यंत कदम उठा रहे हैं, ताकि यह साबित न हो सके कि वे यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में शामिल हुए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में दक्षिण कोरिया भागे किम ने बताया कि सैनिकों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जा सकता है और यह स्थिति उनकी वास्तविकता बन गई है।
किम के अनुसार, उत्तर कोरिया के सैनिक जो यूक्रेन में लड़ने गए थे, उन्हें ब्रेनवॉश किया गया है और वे अपने नेता किम जोंग उन के लिए खुद को बलिदान करने के लिए तैयार हैं। इस गंभीर स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर कोरिया में सैनिकों को युद्ध में भेजने से पहले उन्हें मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार किया जाता है, ताकि वे किसी भी हालात में अपनी जान की कीमत पर अपने मिशन को पूरा कर सकें।