यूक्रेन पर कहर बनकर टूटे मिसाइल और ड्रोन, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
कीव: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच एक बार फिर मतभेद उभरकर सामने आए हैं। ओवल ऑफिस में हुई मुलाकात के दौरान क्रीमिया मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई। ट्रंप का कहना था कि यूक्रेन को क्रीमिया को रूस का हिस्सा मान लेना चाहिए, लेकिन जेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि ऐसा करना उनके देश के संविधान का उल्लंघन होगा। इस बहस के कुछ ही घंटे बाद, गुरुवार की सुबह रूस ने कीव पर बड़ा हमला किया। इस हमले में 70 मिसाइलें और 145 ड्रोन इस्तेमाल किए गए, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हो गए।
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को फटकारते हुए कहा कि क्रीमिया तो बहुत पहले ही रूस के कब्जे में जा चुका है, इसलिए अब इस पर बात करने का कोई तुक नहीं बनता। ट्रंप ने दावा किया कि वह यूक्रेन में जारी युद्ध को खत्म करने और शांति समझौता कराने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनके मुताबिक अब बहुत करीब है। लेकिन जेलेंस्की की हठ के कारण यह प्रक्रिया अटक गई है।
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ पर लिखा कि जेलेंस्की वॉल स्ट्रीट जर्नल में यह बयान दे रहे हैं कि यूक्रेन कभी भी क्रीमिया को रूस का हिस्सा नहीं मानेगा। ट्रंप ने कहा कि कोई भी जेलेंस्की से ऐसा मानने को नहीं कह रहा, लेकिन सवाल यह है कि जब रूस ने बिना कोई गोली चलाए क्रीमिया पर कब्जा किया था, तब यूक्रेन ने कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया? उस समय बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे। ट्रंप के अनुसार, अब यह मुद्दा चर्चा के लायक ही नहीं रह गया है।
हालांकि जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि क्रीमिया पर रूसी नियंत्रण को स्वीकार करना यूक्रेन के संविधान के विरुद्ध है और इस विषय पर कोई समझौता संभव नहीं है। वर्ष 2014 में रूस ने क्रीमिया पर बिना व्यापक सैन्य कार्रवाई के कब्जा कर लिया था, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक आलोचना हुई थी। बावजूद इसके, ट्रंप अब इसे बीती बात बताकर यूक्रेन पर समझौते के लिए दबाव डाल रहे हैं।
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ट्रंप और जेलेंस्की की बहस के कुछ ही घंटों बाद ही रूस ने कीव पर अब तक का सबसे बड़ा हमला कर दिया। यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, रूस ने कुल 70 मिसाइलें और 145 ड्रोन दागे, जिनमें से अधिकांश का निशाना कीव रहा। इस हमले में 13 स्थानों पर भारी नुकसान हुआ, जिनमें आवासीय इमारतें और नागरिक संरचनाएं शामिल हैं। हमले के चलते कम से कम 42 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 6 बच्चे भी शामिल हैं, और सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।