राष्ट्रपति पुतिन ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो से फोन पर बात की (सोर्स- सोशल मीडिया)
Putin Calls Maduro Support: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते सैन्य तनाव में अब रूस की सीधी एंट्री हो गई है। जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वेनेजुएला पर जमीनी हमले शुरू करने की धमकी दे रहे हैं, वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को फोन कर उनके पक्ष में खड़े होने की घोषणा की है। पुतिन ने ट्रंप के “दुश्मन” मादुरो के साथ एकजुटता दिखाते हुए वेनेजुएला की संप्रभुता की रक्षा करने के लिए अपना समर्थन दोहराया है। यह घटनाक्रम कैरेबियन सागर में तनाव को उच्चतम स्तर पर ले जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन लगातार वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य कार्रवाई और आर्थिक दबाव बढ़ा रहा है। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि इसका उद्देश्य ‘ड्रग तस्करी’ को रोकना है। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि असली मकसद निकोलस मादुरो सरकार को उखाड़ फेंकना और वेनेजुएला के विशाल तेल संसाधनों पर नियंत्रण हासिल करना है, क्योंकि वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है।
10 दिसंबर 2025 को अमेरिकी सेना द्वारा वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर “स्किपर” को जब्त करने से स्थिति और गंभीर हो गई है। यह कार्रवाई ट्रंप के “मिलिट्री प्रेशर कैंपेन” का हिस्सा है, जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय जल में 20 से अधिक नावों पर हमले किए गए हैं।
इस गंभीर तनाव के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने मादुरो को फोन कर अपनी चाल चली है। क्रेमलिन ने बताया कि पुतिन ने वेनेजुएला के लोगों के साथ एकजुटता दिखाई और “विदेशी दबाव के खिलाफ देश के हितों और संप्रभुता की रक्षा करने” के मादुरो सरकार के इरादे के लिए अपना समर्थन दोहराया है।
दोनों राष्ट्रपतियों ने मई में साइन की गई स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप ट्रीटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। वेनेजुएला सरकार ने कहा कि इस कॉल ने द्विपक्षीय संबंधों के मजबूत और बढ़ते नेचर की पुष्टि की और रूसी नेता ने शांति, राजनीतिक स्थिरता और आर्थिक विकास को मजबूत करने के लिए मादुरो की कोशिशों का समर्थन किया।
वेनेजुएला ने अपने तेल टैंकर को जब्त करने की अमेरिकी कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘लूट’ (Plunder) करार दिया है। वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय और वरिष्ठ नेताओं ने अमेरिका को ‘चोर’ और ‘डकैत’ तक कहा है। वेनेजुएला का आरोप है कि अमेरिका उसके तेल संसाधनों पर कब्जा करने और देश को अस्थिर करने की साजिश कर रहा है।
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राष्ट्रपति मादुरो ने अपने देश को किसी भी हमले से बचाने की कसम खाई है और वाशिंगटन की कार्रवाई को ‘उपनिवेशवादी’ बताते हुए क्षेत्र में ‘पागलपन भरा युद्ध’ शुरू करने के खिलाफ चेतावनी दी है। इस बीच, ट्रंप ने जमीनी हमले की संभावना जताई है, जिससे यह टकराव दो महाशक्तियों के बीच खतरनाक परिस्थितियां पैदा कर रहा है।