राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फोटो - सोशल मीडिया
मुंबई: भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने इन दिनों मुंबई दौरे पर हैं। उन्होंने गुरुवार को अमेरिका-भारत और डोनाल्ड ट्रंप-नरेंद्र मोदी के रिश्तों पर खुलकर मीडिया से बात की। संवादाताओं ने सवाल किया कि ऐसी अटकलें सामने आ रही हैं कि प्रधानमंत्री मोदी को डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा सकता है?
इस सवाल पर गार्सेटी ने कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता। मुझे निमंत्रण के बारे में कुछ नहीं पता। उन्हें यह तो नहीं पता कि राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में किन मेहमानों को आमंत्रित किया जाएगा। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहले वाशिंगटन में और फिर बाद में भारत में मुलाकात होगी। जब देश क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
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भारत आऐंगे डोनाल्ड ट्रंप
दोनों नेताओं के बीच मधुर रिश्तों के बारे में बात करते हुए राजदूत गार्सेटी ने कहा कि मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी और नव निर्वाचित राष्ट्रपति- डोनाल्ड ट्रंप बेहद करीब हैं। मैं इस बात का इंतजार कर रहा हूं कि वे कब सीधे मिलेंगे। उनके बीच होने वाली बैठकों की राजदूत ने संभावनाओं का संकेत दिया है। गार्सेटी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि पहले वाशिंगटन में होगी। फिर बाद में साल की दूसरी छमाही में जब भारत क्वाड की मेजबानी करेगा तो मुझे उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रंप यहां आएंगे।
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी (फोटो सोर्स-ANI)
आमने-सामने की बातचीत पर जोर
राजदूत ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच का संबंध आमने-सामने की बातचीत पर निर्भर करती है। न कि भीड़ भरे शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण में जाने से। आमने-सामने की जो बातचीत वाे हमारे बीच होगी वही हमारे संबंधों के अगले अध्याय को परिभाषित करेगी।
एरिक गार्सेटी का कार्यकाल
राजदूत एरिक गार्सेटी ने कई अन्य विषयों पर बात की। साथ ही भारत में अपने कार्यकाल और भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का सबसे असाधारण काम रहा है।