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नई दिल्ली: आज यानी 25 अगस्त को नील आर्मस्ट्रॉन्ग की पुण्यतिथि (Neil Armstrong death anniversary) है। ऐसा माना जाता है कि, इस दुनिया में ‘पहले’ को बहुत अहमियत दी जाती है। चाहे वह कोई ‘पहली चीज़’ हो, या फिर ‘पहला शख्स’। नील आर्मस्ट्रांग वह शख्स थे, जिन्होंने चांद पर पहला कदम रखा था। इसलिए विश्वभर में वह इस चीज़ के लिए काफी मशहूर हैं। नील आर्मस्ट्रांग ने साल 2012 को 25 अगस्त के दिन दुनिया को अलविदा कह दिया था।
नील आर्मस्ट्रॉन्ग बेहद गुनी और तेजस्वी थे। अमेरिकी खगोलयात्री नील एयरोस्पेस इंजीनियर, नौसेना अधिकारी, परीक्षण पायलट, और प्रोफेसर भी रह चुके थे। नील आर्मस्ट्रॉन्ग खगोलयात्री के रूप में चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। इससे पहले भी वह जेमिनी अभियान के दौरान भी अंतरिक्ष यात्रा कर चुके थे। अपोलो 11, वह अभियान था जिसमें जुलाई 1969 में पहली बार चंद्रमा पर इंसान सहित कई यान उतरा था, इसके कमांडर आर्मस्ट्रांग थे। उनके अलावा इस यात्रा में बज़ एल्ड्रिन (जो चाँद पर उतरने वाले दूसरे व्यक्ति बने) और माइकल कॉलिंस (जो चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगाते मुख्य यान में ही बैठे रहे) शामिल थे।
नील आर्मस्ट्रांग खगोलयात्री बनने से पहले नौसेना में कार्यरत थे। उन्होंने नौसेना में रहते हुए कोरिया युद्ध में भी हिस्सा लिया था। नौसेना के बाद उन्होंने पुरुड विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि ली। इसके बाद वे एक ड्राइड्रेन फ्लाइट रीसर्च सेंटर से जुड़े। इतना ही नहीं इस सेंटर से जुड़ने के बाद उन्होंने 900 से अधिक उड़ाने भी भरी। यहां अपनी बहुमूल्य सेवा देने के बाद उन्होंने दक्षिण कैलिफोर्निया में परास्नातक की उपाधि हासिल की।