सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष के अनुभव साझा करते हुए कहा हिमालय का नजारा बेहद खूबसूरत
नवभारत डेस्क : भारत की बेटी सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष से सुरक्षित लौट आई हैं। 18 मार्च को नौ महीने की यात्रा के बाद वह धरती पर स्पाइस एक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए वह अंतरिक्ष से लौंटी है। सुनीता ने स्पेसएक्स को धन्यवाद दिया है। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष से हिमालय का नजारा बहुत खूबसूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वह दोबारा इस प्रकार के अद्भुत मिशन पर जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
नासा की अंतरिक्ष यात्री और भारतीय मूल की बेटी सुनीता विलियम्स इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर कुल 286 दिन तक रहीं। इस दौरान स्पेस स्टेशन पर रहते हुए उन्होेंने अपने सहयोगी बुच विलमोर के साथ मिलकर 900 घंटे तक रिसर्च किया। बोइंड के स्टार लाइन अंतरिक्षयान में खराबी के कारण वह करीब नौ महीने तक स्पेस में ही फंसी रहीं।
नासा की अंतरिक्ष यात्रा सुनीता विलियम्स ने धरती पर लौटने के बाद अपने अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने कहा कि हम वहां से वापस नहीं आ पा रहे थे ये चिंता की बात थी लेकिन अंतरिक्ष से धरती का नजारा बेहद रोमांचक नजर आता है। उन्होंने कहा कि स्पेस से हिमालय पर्वत और बर्फीली चोटियां का दृश्य बेहद खूबसूरत दिख रहा था। ऐसा विहंगम दृश्य मानो कोई सपना सा हो। हिमालय का दृश्य कभी न भूलने वाला एक्सपीरियंस है।
सुनीता ने बताया कि स्पेस पर इतने दिनों तक वह कैपसूल्स पर ही जीवित थीं। धरती पर लौटने के बाद सबसे पहले उन्होंने अपना फेवरेट ग्रिल्ड सैंडविच खाया। इसके बाद कुछ दिन डॉक्टर की सलाह पर आराम किया। अब वह अपनी पसंदीदा चीजें जो वह स्पेस में नहीं खा पा रही थीं वह सब खा रही हैं।
सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की हैं और गुजरात में उनकी पैदाइश है। ऐसे में भारत की इस बेटी पर देशवासियों को गर्व होने के साथ लगाव भी है। सुनीता को पत्र भेजवाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत आने का न्यौता भी दिया था। अंतरिक्ष से लौटने के बाद बातचीत में उन्होेंने कहा है कि वह भारत जरूर जाएंगी और अपने पैतृक गांव भी घूमेंगी। पीएम मोदी से भी मिलने की उन्होंने इच्छा जताई है।
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सुनीता ने धरती पर सकुशल वापसी के लिए स्पेसएक्स को दिल से धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि 286 दिनों तक हम अंतरिक्ष में फंसे हुए थे। उस समय रिसर्च वर्क के साथ कहीं न कहीं सुरक्षित वापस लौटने की चिंता भी हो रही थी। ऐसे में स्पेस एक्स हमें वापस अपनों के बीच लेकर आया जिसके लिए मैं पूरी टीम को धन्यवाद देती हूं।
सुनीता ने कहा कि वह अंतरिक्ष में किए गए अपने कार्यों से संतुष्ट हूं। हालांकि स्पेस पर अभी भी बहुत सारे रहस्यों को खोजना बचा है। यदि भविष्य में ऐसा मौका दोबारा मिला तो मैं जरूर इस प्रकार के मिशन पर फिर जाना चाहूंगी।