म्यांमार में अस्पताल में एयर-स्ट्राइक से 30 की मौत (सोर्स- सोशल मीडिया)
Air Strike on Hospital in Myanmar: म्यांमार लंबे वक्त से गृहयुद्ध की आग में जल रहा है। 10 दिसंबर की रात राखाइन प्रांत के एक अस्पताल में एयर-स्ट्राइक हुआ, जिसमें 30 लोग मारे गए और लगभग 70 लोग घायल हुए। माना जा रहा है कि इस अस्पताल में विद्रोही समूह अराकन आर्मी के लड़ाके इलाज या छिपने के लिए मौजूद थे। अभी तक म्यांमार सेना या सरकार ने इस हमले पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
म्यांमार का गृहयुद्ध 1 फरवरी 2021 को शुरू हुआ, जब सेना ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को सत्ता से हटाया। उस समय आंग सान सू ची की पार्टी, नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD), 2020 के चुनावों में बड़ी जीत हासिल कर चुकी थी। सेना ने चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाकर सत्ता हथिया ली। इसके बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए, जिन्हें सेना ने हिंसक तरीके से दबा दिया।
इसके विरोध में नागरिकों ने पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) का गठन किया, जो नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (NUG) का सशस्त्र हिस्सा है। इसके अलावा, कई जातीय सशस्त्र समूह जैसे कारेन नेशनल यूनियन और काचिन इंडिपेंडेंस ऑर्गनाइजेशन भी सेना के खिलाफ लड़ रहे हैं। ये समूह दशकों से स्वशासन की मांग कर रहे हैं।
🚨 #BreakingNews – Airstrike on Mrauk-U Hospital On December 10, 2025, at approximately 9:13 p.m., the People’s Hospital in Mrauk-U, Arakan State, was struck by an airstrike carried out by the Myanmar junta’s air force.
Preliminary information indicates that around ten patients… pic.twitter.com/FTm4Sx4UtQ — Khine Thu Kha (@KhineThuKha) December 10, 2025
विद्रोही समूहों ने 2024 तक म्यांमार के लगभग 40-50% इलाकों पर कब्जा कर लिया था। खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे शान स्टेट और राखाइन स्टेट में। लेकिन 2025 में सेना ने बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। उदाहरण के लिए, अक्टूबर 2025 में सेना ने ता’अंग नेशनल लिबरेशन आर्मी (TNLA) से क्यौकमे शहर वापस लिया। हालांकि, बड़े शहर जैसे यांगून और नायपीडॉ अभी भी सेना के नियंत्रण में हैं।
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इस दौरान चीन ने म्यांमार सेना को सैन्य सहायता दी और दबाव डालकर अपने आर्थिक हितों की सुरक्षा की, जैसे पाइपलाइन और दुर्लभ खनिज परियोजनाएं। इससे विद्रोहियों को झटका लगा। सैन्य कार्रवाई में आम नागरिक भी निशाने पर रहे। उदाहरण के लिए, सितंबर 2025 में राखाइन स्टेट के एक स्कूल पर हमला हुआ, जिसमें 22 छात्र मारे गए। अक्टूबर 2025 में चाउंग-यू टाउनशिप में बौद्ध उत्सव पर हमला हुआ, जिसमें 32-40 लोग मरे, जिनमें बच्चे भी शामिल थे। कायाह स्टेट में भी विद्रोही और सेना के बीच लगातार लड़ाई हो रही है।