भूकंप के झटकों से दहला इंडोनेशिया, 6.3 रही तीव्रता, दहशत में आए लोग- VIDEO
Earthquake in Indonesia: इंडोनेशिया में मंगलवार को एक बार फिर तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग दहशत में आ गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई है। भारत के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से 39 किलोमीटर की गहराई में था।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने जानकारी दी कि यह भूकंप पूर्वी इंडोनेशिया के पापुआ क्षेत्र में आया, जिसका केंद्र अबेपुरा शहर से लगभग 193 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था। हालांकि, सुनामी का कोई खतरा नहीं है और न ही किसी के हताहत होने या नुकसान की कोई सूचना मिली है।
गौरतलब है कि इससे पहले 7 अगस्त को भी इंडोनेशिया में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र जमीन से 106 किलोमीटर की गहराई में था। इंडोनेशिया एक बड़ा द्वीप समूह है जो प्रशांत महासागर के “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है। यह क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने के कारण भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है, जिसके चलते यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
Structural damages have been reported after the M6.4 earthquake in the Sarmi regency, Papua province, Indonesia (August 12, 2025 at 5.24 PM local time).
🎬Femi Somalinggi
📸 Kaka Ako pic.twitter.com/N9u9CiKe5m— RenderNature (@RenderNature) August 12, 2025
भूकंप के नजरिए से यह क्षेत्र पहले भी कई बार बड़ी आपदाएं झेल चुका है। जनवरी 2021 में सुलावेसी में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे।
वहीं, 2018 में पालु में 7.5 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में 2200 से अधिक लोग मारे गए थे। सबसे विनाशकारी घटना 2004 में हुई थी, जब आचे प्रांत में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे सुनामी आई और केवल इंडोनेशिया में 1,70,000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।
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इंडोनेशिया में भूकंप आने का मुख्य कारण इसका भौगोलिक स्थान है। यह देश “रिंग ऑफ फायर” (Ring of Fire) नामक क्षेत्र में स्थित है, जो प्रशांत महासागर के चारों ओर फैला एक भूकंपीय क्षेत्र है। यहां पृथ्वी की कई टेक्टोनिक प्लेटें जैसे कि इंडो-ऑस्ट्रेलियन, यूरेशियन और पैसिफिक प्लेट आपस में टकराती हैं या एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं। इस प्लेट टेक्टोनिक गतिविधि के कारण जमीन में तनाव बनता है, जो अचानक मुक्त होने पर भूकंप आता है। इसके अलावा, ज्वालामुखीय गतिविधि भी भूकंप का एक कारण है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)