इस्राइली हवाई हमले के बाद का हाल (फोटो- सोशल मीडिया)
गाजा: इजराइल ने गाजा में अपने हमले को फिर से तेज कर दिया है। मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह इजराइल रक्षा बल (IDF) ने गाजा में कई ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। आईडीएफ के हमले में कम से कम 22 बच्चे मारे गए हैं। इस हमले में कुल मिलाकर 60 लोगों की मौत हुई है।
जबलिया में इंडोनेशियाई अस्पताल ने बताया कि हमलों में कुल मिलाकर 60 लोगों की मौत हुई है। हमला अमेरिका की मध्यस्थता में हमास की ओर से एक इस्राइली-अमेरिकी बंधक को रिहा करने के एक दिन बाद हुआ। सबसे बड़ी बात ये है कि ये हमले तब हो रहे हैं जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पहली स्टेट विजिट पर मिडिल ईस्ट के दौरे पर हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ऐसा कोई तरीका नहीं है, जिससे इस्राइल गाजा में अपना युद्ध रोक सके। नेतन्याहू के इस बयान से हमास के साथ सीजफायर की उम्मीदें लगभग बहुत हद तक खत्म हो गई हैं। हालांकि, इस्राइली सेना ने हमलों पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है। इस बीच, हमास के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए कार्रवाई शुरू करने से पहले मंगलवार देर रात जबलिया के निवासियों को इलाका खाली करने की चेतावनी दी गई।
नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी बयानों में प्रधानमंत्री के हवाले से कहा गया कि इस्राइली सेनाएं वादा किए गए बल वृद्धि से बस कुछ ही दिन दूर हैं और वे मिशन को पूरा करने के लिए बड़ी ताकत के साथ गाजा में प्रवेश करेंगे। इसका मतलब है- हमास का अंत नजदीक है।
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बता दें कि हमास से लड़ते हुए इजराइल में सैनिकों की भारी कमी हो गई थी। इसके बाद नेतन्याहू सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए इजराइली नागरिकों के लिए 2 साल की अनिवार्य सैन्य सेवा को बढ़ाकर 3 साल कर दिया। ताकि जवान ज्यादा दिन तक इस्राइली सेना में अपनी सेवाएं दे सकें।