IDF का ईरानी रक्षा मंत्रालय पर हमला (फोटो- सोशल मीडिया)
तेल अवीव: इजराइल ने शनिवार देर रात एक बार फिर ईरान पर मिसाइल हमला किया। इज़रायली सेना ने दावा किया कि उसने ईरान के रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया है। साथ ही तेहरान और बुशहर में स्थित ऑयल डिपो और गैस रिफाइनरी सहित 150 से अधिक ठिकानों पर हमला किया गया।
पिछले 48 घंटों से इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष ने गंभीर रूप ले लिया है। अब तक इस झड़प में 138 ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें 9 परमाणु वैज्ञानिक और 20 से अधिक सैन्य कमांडर शामिल हैं। इजराइल के लगातार हवाई हमलों के मद्देनज़र ईरान ने राजधानी तेहरान सहित 7 राज्यों में एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है।
Shahran Oil Refinery in Tehran is burning to the ground. pic.twitter.com/TfWIRuV8rZ
— 𝗡𝗶𝗼𝗵 𝗕𝗲𝗿𝗴 ♛ ✡︎ (@NiohBerg) June 14, 2025
ईरान लगातार इजराइल के हमलों का जवाब दे रहा है। शनिवार को ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव और यरुशलम पर 150 से अधिक मिसाइलें दागीं। इन हमलों में अब तक 5 इजराइली नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। साथ ही, ईरान ने इजराइल के तीन F-35 लड़ाकू विमानों को मार गिराने का भी दावा किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने सुरक्षा तैयारियों में ढिलाई बरती थी। उसे विश्वास था कि इजराइल 15 जून को ओमान में अमेरिका के साथ होने वाली परमाणु शांति वार्ता से पहले कोई सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा। इसी भरोसे में ईरान ने कई सुरक्षा उपायों की अनदेखी की। लेकिन इजराइल ने इस अनुमान को गलत साबित करते हुए अचानक हमला कर दिया। तेहरान स्थित एक सैन्य बेस पर इजराइली स्ट्राइक में रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के एयरोस्पेस कमांडर जनरल आमिर अली हाजीजादेह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मारे गए।
इजराइल के हमले के बाद ईरान ने अमेरिका के साथ होने वाली परमाणु वार्ता को रद्द कर दिया है। ईरान ने आरोप लगाया है कि इजराइल ने अमेरिका की मदद से हमले को अंजाम दिया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि इजरायली हवाई हमले वॉशिंगटन के प्रत्यक्ष समर्थन का परिणाम हैं। हालांकि अमेरिका लगातार इस हमले में अपने हाथ होने से इंकार करता आ रहा है।