इजराइल ने गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाई
Israel Open Humanitarian Routes in Gaza: इजराइल सरकार ने रविवार को बड़ा कदम उठाते हुए गाजा में भूख से तड़प रहे लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचाई। हमास से जंग शुरू होने के बाद ये पहला मौका है जब इजराइली सेना ने (IDF) ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से गाजा में हवाई मार्ग के जरिए आटा, चीनी, दवाइयां और रेडीमेड फूड भेजी।
इसके अलावा इजराइल ने गाजा के कुछ इलाकों में सीजफायर और संयुक्त राष्ट्र (UN) के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने की घोषणा भी की, ताकि जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा सके। जानकारी के मुताबिक गाजा में भूख से अब तक 124 लोगों की मौत हो चुकी है।
गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के साथ ही इजराइल ने कहा है कि वह अब संयुक्त राष्ट्र (UN) की मानवीय सहायता वितरण में कोई रुकावट नहीं डालेगा। गाजा में इजराइल-हमास संघर्ष को 22 महीने बीत चुके हैं। इस दौरान भूख और कुपोषण के कारण अब तक 124 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 81 बच्चे शामिल हैं। अकेले जुलाई महीने में भूख से 40 लोगों की जान गई, जिनमें 16 बच्चे थे।
🇮🇱🇵🇸 ISRAEL AIRDROPS AID INTO GAZA FOR FIRST TIME SINCE WAR BEGAN
Facing mounting international pressure over starvation in Gaza, Israel has conducted its first airdrop of humanitarian aid into the strip.
The drop included flour, sugar, and canned food and came alongside… https://t.co/QjRzIu5nWI pic.twitter.com/nqF0kPkxbn
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) July 27, 2025
इजराइली सेना ने पुष्टि की है कि उसने गाजा में हवाई मार्ग से सहायता भेजनी शुरू कर दी है। इससे पहले एक इजराइली सुरक्षा अधिकारी ने CNN को जानकारी दी थी कि भुखमरी के बढ़ते संकट और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते इजराइल ने विदेशी देशों को गाजा में हवाई मदद पहुंचाने की अनुमति दी है।
अमेरिका में इजराइल के राजदूत येचील लेइटर ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि इजराइली सेना रविवार सेगाजा के लिए ‘ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर’ खोलेगी, ताकि वहां की आम जनता तक राहत सामग्री पहुंचाई जा सके।
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स्थानिय मीडिया के अनुसार, गाजा में स्थिती बेहद खराब हैं। यहां 50 ग्राम बिस्किट के एक पैकेट की कीमत 750 रुपए तक पहुंच गई है। नकद पैसे निकालने पर 45% तक कमीशन देना पड़ रहा है। लोग केवल नमक और पानी से गुजारा कर रहे हैं। एक पत्रकार ने बताया कि बीते 21 महीनों में उनका वजन 30 किलो तक घट गया है और उन्हें लगातार थकान और चक्कर की शिकायत रहती है।