अहमदाबाद प्लेन क्रैश (फोटो-सोशल मीडिया)
ह्यूस्टनः अहमदाबाद एयर इंडिया के विमान क्रैश से न केवल भारत को सदमा पहुंचा है, बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले भारतीय भी दुखी हैं। इस हादसे में 242 लोग सवार थे, जिसमें से 241 की मौत हो गई, केवल व्यक्ति जिंदा बच पाया। मृतकों में 169 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था। भारतीय-अमेरिकियों ने अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान के दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है।
प्रवासी समुदाय के कई लोगों के लिए यह त्रासदी केवल सात संमदर पार खबरों की सुर्खियां नहीं, बल्कि व्यक्तिगत क्षति जैसी है। ‘इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ ग्रेटर ह्यूस्टन’ के संस्थापक सचिव जगदीप अहलूवालिया ने कहा कि इस त्रासदी के घाव बहुत गहरे हैं।
ह्यूस्टन में भारतीय प्लेन हादसे से दुखी
अहलूवालिया ने पीटीआई से कहा कि मैंने पिछले साल ह्यूस्टन और गुजरात के बीच व्यापारिक संबंध बनाने में मदद करने के लिए अहमदाबाद की यात्रा की थी। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों और प्रभावित लोगों के साथ हैं। ह्यूस्टन में गुजरात से आए भारतीयों की बड़ी आबादी है। विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले पेशेवरों ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया। अहमदाबाद में पले-बढ़े और बाद में ह्यूस्टन में चिकित्सक के रूप में सेवाएं देने वाले डॉ. पटेल ने कहा कि यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है। मैंने वहां (अहमदाबाद) मेडिकल की पढ़ाई की थी। सभी 242 यात्रियों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
खतरे में एयर इंडिया की उड़ानें! ईरान-इजरायल संघर्ष से एयर स्पेस हुए बंद, इन विमानों को किया डायवर्ट
नासा के पूर्व इंजिनियर ने दुख व्यक्त किया
नासा की पूर्व इंजीनियर एवं स्थानीय अधिवक्ता डॉ. वीणा अंबरदार ने कहा कि इस घटना ने पूरे समुदाय को हिला कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि इस घटना से ह्यूस्टन में हर वो व्यक्ति दुखी है जो अहमदाबाद से अपने परिवार, दोस्तों या पिछली यात्राओं के माध्यम से जुड़ा है। हमारी संवेदनाएं हर शोक संतप्त परिवार और चौबीसों घंटे काम करने वाली मेडिकल टीमों के साथ हैं। ‘हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन’ के कार्यकारी निदेशक सुहाग शुक्ला ने कहा, अहमदाबाद में हुई यह त्रासदी हृदयविदारक है। हम यात्रियों के परिवारों, मेडिकल छात्रों के लिए प्रार्थना करते हैं।
-एजेंसी इनपुट के साथ