तस्वीर में भारत के रक्षा मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन
नई दिल्ली: भारत में अमेरिकी दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि उसने लगातार दूसरे साल दस लाख से ज्यादा नॉन रेजिडेंट यानी अनिवासी वीजा जारी किए हैं। जिनमें रिकॉर्ड संख्या में आगंतुक वीजा भी शामिल हैं, जो अमेरिका की यात्रा के लिए भारतीयों की भारी मांग को रेखांकित करता है।
वाशिंगटन 2025 में अमेरिका में एच-1बी वीजा के नवीनीकरण के लिए औपचारिक रूप से एक अमेरिकी केंद्र स्थापित करने की दिशा में भी काम कर रहा है। जिससे बड़ी संख्या में भारतीयों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
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दूतावास ने कहा कि पिछले चार सालों में भारत से आने वाले पर्यटकों की संख्या में पांच गुना वृद्धि हुई है और 2024 के पहले 11 महीनों में 20 से अधिक भारतीयों ने अमेरिका की यात्रा की, जो 2023 की इसी अवधि की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है। दूतावास ने कहा कि 50 लाख से अधिक भारतीयों के पास पहले से ही अमेरिका जाने के लिए अनिवासी वीजा है तथा मिशन प्रत्येक दिन हजारों और वीजा जारी करता है।
दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत में अमेरिकी मिशन ने लगातार दूसरे वर्ष दस लाख से अधिक अनिवासी वीजा जारी किए। जिनमें रिकॉर्ड संख्या में आगंतुक वीजा भी शामिल हैं, जो पर्यटन, व्यवसाय और शिक्षा के लिए अमेरिका की यात्रा करने वाले भारतीयों की भारी मांग को रेखांकित करता है।
दूतावास ने बताया कि विदेश विभाग ने इस वर्ष अमेरिकी राज्यों में एच-1बी वीजा के नवीनीकरण के लिए एक सफल प्रायोगिक कार्यक्रम पूरा किया। इससे भारत के कई विशिष्ट पेशेवर कामगारों को अमेरिका छोड़े बिना ही अपने वीजा का नवीनीकरण कराने की सुविधा मिल गई।
उसने कहा कि इस प्रायोगिक कार्यक्रम ने हजारों आवेदकों के लिए नवीनीकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है। विदेश विभाग 2025 में औपचारिक रूप से अमेरिका-आधारित नवीनीकरण कार्यक्रम स्थापित करने के लिए काम कर रहा है। (एजेंसी)