ढाका में हाई अलर्ट, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Bangladesh Students Protests: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग (एएल) ने राजधानी ढाका में लॉकडाउन का ऐलान किया है। गुरुवार को होने वाले इस संभावित बंद से पहले प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। शहर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने बताया कि पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों ने गश्त बढ़ा दी है। सरकारी इमारतों, संवेदनशील इलाकों और सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त निगरानी रखी जा रही है।
जहांगीर ने यह भी दावा किया कि अवामी लीग के ऐलान से अंतरिम सरकार को कोई भय नहीं है, हालांकि वर्तमान में पार्टी की कई गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को ढाका में पुलिस ने अवामी लीग के 34 नेताओं को गिरफ्तार किया था। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण गुरुवार को शेख हसीना और उनके कई शीर्ष सहयोगियों से जुड़े मामलों में फैसले की तारीख तय करने वाला है।
इसी को लेकर एएल समर्थकों में बेचैनी और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोमवार को ढाका और आसपास के कई इलाकों में हिंसा की घटनाएं सामने आईं। कुछ इलाकों में बसों में आग लगाई गई और बम धमाकों की आवाजों से लोग सहम गए। कई इलाकों में व्यापारिक गतिविधियां ठप पड़ीं और सड़कों पर सन्नाटा छा गया।
इस बीच, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) के कमिश्नर शेख मोहम्मद सज्जात अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि 13 नवंबर को किसी तरह की घबराहट की जरूरत नहीं है। ढाका में कानून-व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है।
कमिश्नर ने बताया कि पुलिस को कुछ क्षेत्रों में मोटरसाइकिल से कॉकटेल फेंकने और आगजनी की घटनाओं की जानकारी मिली है। एक आरोपी को डेमरा इलाके में बस में आग लगाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि अपराधियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह भी पढ़ें:- अमेरिका बना रहा है नए सैन्य अड्डे, निशाने पर चाबहार और ग्वादर पोर्ट, ईरान के दावे से मचा हड़कंप
ढाका के लोग हमेशा तानाशाहों के खिलाफ खड़े रहे हैं। वे इस बार भी हिंसा नहीं होने देंगे। पुलिस, आर्मी और बम निरोधक टीमें मिलकर पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। 13 नवंबर को होने वाले फैसले से पहले राजधानी में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। सुरक्षा बलों ने मुख्य प्रवेश द्वारों, सरकारी दफ्तरों और अदालतों के बाहर भारी संख्या में जवान तैनात कर दिए हैं।