पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (सोर्स- सोशल मीडिया)
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने आतंकियों की पनाहगाह पाकिस्तान को ऐसा जख्म दिया है कि वह सदियों तक इसे भूल नहीं पाएगा। इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने गुरुवार को माना कि ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद बढ़े तनाव को लेकर चीन पर्दे के पीछे से पाकिस्तान की मदद में जुटा हुआ था।
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि मित्र देशों द्वारा सैटेलाइट या अन्य माध्यमों से खुफिया जानकारी साझा करना आम बात है। उन्होंने कहा कि भारत से विवाद के दौरान चीन ने ऐसी कई जानकारियां पाकिस्तान को दी थीं। उन्होंने कहा, “चीन का भारत से भी कई मुद्दों पर विवाद है। ऐसे में सैटेलाइट या अन्य खुफिया जानकारी पाकिस्तान को मुहैया कराना स्वाभाविक है।”
अरब न्यूज को दिए इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत से हाल ही में हुए संघर्ष के बाद पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है। उन्होंने कहा, सुरक्षा के लिहाज से हमने कहीं भी सतर्कता कम नहीं की है। हमने एक महीने से ज्यादा समय से अलर्ट की स्थिति बरकरार रखी है। भारत से युद्ध खत्म हो चुका है। युद्ध विराम हो चुका है और हमें उम्मीद है कि स्थिति शांत रहेगी।
पाकिस्तान का यह कबूलनामा भारत-पाक के बीच युद्ध विराम पर सहमत होने के एक महीने से भी अधिक समय के बाद आया है। जिसके बाद यह बात साफ हो गई है कि चीन भारत की खिलाफत का कोई मौका नहीं चूकता है।
इस बीच गुरुवार (26 जून 2025) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में दुनिया के सामने पाकिस्तान की पोल खोल दी। उन्होंने ख्वाजा आसिफ के सामने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखा।
अब मच्छर भी लड़ेंगे जंग! चीन की चाल से कांप उठी दुनिया, मच सकती है भारी तबाही
राजनाथ सिंह ने संयुक्त दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवाद का समर्थन करते हैं। इतना ही नहीं सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीति का हिस्सा भी बना चुके हैं। उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा कि आतंकवाद और शांति एक साथ नहीं रह सकते। इसके लिए निर्णायक एक्शन जरूरी है।