पोप फ्रांसिस
कोच्चि: ईसाइयों के सबसे बड़े गुरु पोप फ्रांसिस 2025 के बाद भारत यात्रा पर आ सकते हैं। कार्डिनल जॉर्ज जैकब कूवाकड ने मंगलवार को कहा कि पोप फ्रांसिस साल 2025 के बाद भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। कूवाकड ने बताया कि कैथोलिक चर्च ने साल 2025 को जबुली ईयर घोषित किया है, जिस दौरान रोम में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
पोप फ्रांसिस ने सात दिसंबर को भारतीय पादरी आर्कबिशप जॉर्ज जैकब कूवाकड को कार्डिनल नियुक्त किया था। कूवाकड मंगलवार को कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां उन्होंने अपना स्वागत करने वाले सभी लोगों का आभार जताया।
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पोप की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि पोप फ्रांसिस भारत कब आएंगे। कूवाकड ने कहा कि संभावना है कि वह 2025 के बाद भारत की यात्रा पर आ सकते हैं, क्योंकि यह साल जबुली ईयर है। और इस दौरान रोम में बहुत सारे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसलिए सबसे ज्यादा संभावना है कि पोप 2025 में रोम में ही रहेंगे।
पोप की यात्रा की संभावना प्रबल
रोम ने कहा कि जल्द ही भविष्य में पोप की यात्रा की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। कूवाकड ने कहा कि हम इसके लिए आशा और प्रार्थना कर सकते हैं। प्रसिद्ध सेंट पीटर्स बेसिलिका में सात दिसंबर को आयोजित समारोह में दुनिया भर के पादरियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें कूवाकड समेत कई देशों के 21 नये कार्डिनल को शामिल किया गया था।
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बता दें कि हिंदू ऑफ अमेरिका के केरल राज्य समन्वयक और केरल में आरएसएस से जुड़े हिंदू आंदोलन के वरिष्ठ नेता पी. श्रीकुमार ने हाल ही में रोम के वेटिकन में पोप फ्रांसिस को ऋग्वेद की एक कॉपी उपहार में दी। श्रीकुमार ने वेटिकन की अपनी यात्रा के दौरान उन्हें पवित्र ग्रंथ सौंपा। जहां उन्होंने विश्व धार्मिक सम्मेलन में भाग लिया था। कार्यक्रम में पोप फ्रांसिस मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए थे।