बाबा वेंगा, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
जापान की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी, जिन्हें “जापान की बाबा वेंगा” कहा जाता है, उनकी एक चौंकाने वाली भविष्यवाणी ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है। हालांकि उनकी भविष्यवाणी में कितनी सच्चाई है, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनके बयान ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इस भविष्यवाणी का असर सिर्फ जापान तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि ताइवान, इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत जैसे कई देशों में भी लोगों को डर सता रहा है।
रियो तात्सुकी को ‘जापान की बाबा वेंगा’ कहा जाता है, उनकी एक और हैरान कर देने वाली भविष्यवाणी सामने आ रही है। उन्होंने दावा किया है कि 5 जुलाई 2025 को जापान और एशिया के कुछ हिस्सों में एक भयावह प्राकृतिक आपदा आने की आशंका जताई है।
तात्सुकी ने अपनी मंगा (कॉमिक) पुस्तक “द फ्यूचर आई सॉ” (2021 संस्करण) में इस घटना का जिक्र किया है। इस किताब में उन्होंने अपने सपनों में देखी गई तबाही को कलात्मक तरीके से दर्शाया है। उनके अनुसार, जुलाई 2025 में जापान के दक्षिणी समुद्र में पानी अचानक उबलने लगेगा, जिससे एक बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट होगा और फिर एक विशाल सुनामी आएगी, जिससे भारी तबाही हो सकती है।
तात्सुकी की भविष्यवाणी के मुताबिक, यह प्राकृतिक आपदा सिर्फ जापान में ही नहीं, बल्कि उससे भी आगे तक अपना विनाशकारी प्रभाव दिखाएगी। जापान के दक्षिणी द्वीपों के अलावा, ताइवान के तटवर्ती इलाके, इंडोनेशिया और फिलीपींस के समुद्री क्षेत्र भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। विशेषज्ञ इस सुनामी की तुलना 2011 की फुकुशिमा त्रासदी से कर रहे हैं, और आशंका जता रहे हैं कि यह उस आपदा से भी तीन गुना ज्यादा भयावह हो सकती है।
रियो तात्सुकी की विश्वसनीयता की सबसे बड़ी वजह उनकी 1999 में की गई भविष्यवाणी मानी जाती है। उन्होंने कहा था कि मार्च 2011 में जापान को एक “भयानक आपदा” का सामना करना पड़ेगा। आश्चर्यजनक रूप से, उसी तारीख को जापान में भीषण भूकंप, सुनामी और फुकुशिमा परमाणु संकट हादसा हुआ, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई।
1980 के दशक में रियो तात्सुकी एक आम मंगा कलाकार थीं, लेकिन जल्द ही उन्हें सपनों में आने वाले दृश्यों के माध्यम से भविष्य की झलकियां दिखने लगीं। वह इन दृश्यों को बड़े ध्यान से लिखतीं और अपनी कॉमिक्स में शामिल कर देतीं। हैरानी की बात यह रही कि समय के साथ उनकी कई भविष्यवाणियां सच साबित होने लगीं। इससे जापान में लोग उन्हें एक रहस्यमय भविष्यवक्ता के रूप में देखने लगे। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इन दावों की कोई ठोस पुष्टि नहीं हुई है, फिर भी जापान सहित कई एशियाई देशों में इसे लेकर लोगों के बीच चिंता और सतर्कता बढ़ गई है। कुछ लोग इसे एक काल्पनिक कहानी मानते हैं, जबकि अन्य इसे आने वाले संकट की एक गंभीर चेतावनी के रूप में ले रहे हैं।
सरकारी एजेंसियां भविष्यवाणी के वायरल होते ही सतर्क हो गई हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया है कि वे स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक चेतावनी जारी नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों के बीच डर फैल रहा है। इसकी वजह से कई यात्रियों ने जुलाई महीने की अपनी टिकटें और होटल बुकिंग्स कैंसिल करना शुरू कर दिया है। खास तौर पर टोक्यो, ओसाका और योकोहामा जैसे तटीय शहरों में लोग चिंतित हैं। समुद्र के किनारे रहने वाले निवासी इस चेतावनी को गंभीरता से ले रहे हैं।