तस्वीर में पीएम मोदी, जो बाइडन, जस्टिन ट्रूडो, कीर स्टारर्मर
नई दिल्ली: भारत और कनाडा के तकरार पर पूरी दुनिया की नजर बनी हुई है। अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों ने प्रतिक्रिया दी है। भारत घोषित आतंकवादी खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद पुराना है, जो कि एक बार फिर गंभीर रूप ले लिया है।
दोनों देशों के राजनयिक रिश्ते टूट की कगार पर है। अब इस विवाद पर अमेरिका और ब्रिटेन समेत अन्य पश्चिमी देशों की भी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं। भारत और कनाडा के बीच विवाद पर अमेरिका ने कहा है कि भारत को निज्जर हत्याकांड के मामले में कनाडा की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि भारत पर लगाए गए आरोप बेहद गंभीर हैं। मिलर ने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत सरकार कनाडा के साथ जांच में मदद करे। निश्चित तौर पर उन्होंने ऐसा नहीं किया है। उन्होंने वैकल्पिक रास्ता चुना है। अमेरिका के लिए भारत और कनाडा दोनों सहयोगी है। हालांकि यहां अमेरिका का झुकाव कनाडा के तरफ मिला।
मामले में ब्रिटेन की ओर से बयान जारी किया गया। हालांकि इस बयान में भारत का सीधा संदर्भ नहीं दिया गया, लेकिन इसमें भारत पर लगाए गए आरोपों की कनाडा में चल रही जांच का जिक्र जरूर किया गया है। दरअसल, भारत ने जब कनाडा सरकार के आरोपों को बेबुनियाद बताया था, तभी ट्रूडो ने फोन पर ब्रिटेन पीएम कीर स्टार्मर से बात की। दोनों नेता ने निज्जर हत्याकांड की जांच का निष्कर्ष सामने आने तक एक दूसरे के संपर्क में रहने का वादा किया है।
न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, कनाडा ने न्यूजीलैंड को अपने दक्षिण एशियाई समुदाय के लोगों के खिलाफ हिंसा और हिंसा की धमकियों के खिलाफ चल रही जांच पर अपनी घोषणाओं के बारे में बताया है। कनाडा की कानून लागू करने वाली एजेंसियों की ओर से सार्वजनिक तौर पर जिन कथित आपराधिक गतिविधियों का जिक्र किया गया है। अगर उनका आरोप सही साबित हो गईं तो बेहद चिंता की बात होगी।
भारत और कनाडा के बीच तनाव पिछले साल जून महीने में निज्जर की हत्या के बाद बढ़ना शुरू हुआ। 18 जून 2023 की शाम को कनाडा के सरे में गुरुद्वारे से निकलते समय खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उस समय से ही भारत पर ये आरोप लगाए जाने लगे थे कि भारत के एजेंटों ने खालिस्तानी निज्जर की हत्या करवाई है।
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इसके बाद कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने पिछले साल 18 सितंबर को भारत सरकार पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसे भारत ने खारिज किया था। भारत ने इस दावे को सिरे से खारिज किया और कनाडा से सबूत की मांग की थी।