अफगान-पाक सीमा पर जंग जैसे हालात, फोटो (सो. एआई डिजाइन)
Afghanistan Pakistan Border Clash: अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सेनाएं गुरुवार को एक बार फिर सीमा पर भिड़ गईं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह झड़प अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में हुई, जहां दोनों ओर से भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं। इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि अचानक शुरू हुई फायरिंग से दहशत का माहौल बन गया और लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए।
अफगानिस्तान की जानी-मानी समाचार एजेंसी खामा प्रेस के मुताबिक, बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने अफगान सीमा के भीतर कुछ रॉकेट दागे थे। इसके बाद तालिबान के नेतृत्व वाली अफगान सेनाओं ने जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, इस घटना को लेकर अभी तक पाकिस्तान या अफगानिस्तान दोनों में से किसी भी देश की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
पिछले दो महीनों से दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। काबुल की ओर से लगाए गए कड़े सीमा प्रतिबंधों के चलते सीमा पार व्यापार और लोगों की आवाजाही लगभग ठप हो चुकी है। इसका सीधा असर दोनों देशों के व्यापारियों पर पड़ा है, खासकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हजारों छोटे-बड़े कारोबारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाक-अफगान ज्वाइंट चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PAJCCI) के अध्यक्ष जियाउल हक सरहदी और सरहद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंजूर इलाही ने एक संयुक्त बयान में बताया है कि अफगानिस्तान के साथ व्यापार बंद होने से पाकिस्तान को अब तक 4.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है।
इससे पहले 5 दिसंबर को भी पाकिस्तानी और अफगान सेनाओं के बीच सीमा पर भारी गोलीबारी हुई थी। उस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगाया था। अफगान कार्यवाहक सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी थी कि पाकिस्तान ने कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक जिले में हमले किए जिनका जवाब अफगान सेनाओं ने दिया।
तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने तुर्की और कतर की मध्यस्थता से बातचीत की कोशिश की थी, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। आरोप है कि इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान के भीतर कई हवाई हमले किए हैं जिसे तालिबान सरकार ने अपनी संप्रभुता में हस्तक्षेप बताया है।
यह भी पढ़ें:- भारत-अमेरिका व्यापार के लिए 2026 की पहली तिमाही होगी निर्णायक, समझौतों पर टिकी नजरें: रिचर्ड रोसो
पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान तालिबान, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को पनाह दे रहा है जबकि अफगान सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस विवाद का असर कुनार, नंगरहार, खोस्त और पक्तिका जैसे सीमावर्ती प्रांतों में साफ तौर पर देखा जा रहा है जहां हाल के महीनों में सबसे ज्यादा झड़पें और गोलीबारी हुई हैं।