विमान हादसे पर बोले ट्रंप, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: वाशिंगटन डीसी के रीगन नेशनल एयरपोर्ट के पास एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जिसमें अमेरिकन एयरलाइंस का एक यात्री विमान और सेना का हेलीकॉप्टर आपस में टकरा गए। इस हादसे में विमान में सवार 64 यात्री और हेलीकॉप्टर के तीन क्रू मेंबर्स सहित कुल 67 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि इस दुर्घटना में कोई जीवित नहीं बचा है, जिसके चलते बचाव अभियान को अब शवों की बरामदगी के अभियान में बदला जा रहा है। हादसे की वजह जानने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
परिवहन सचिव सीन डफी ने बताया कि हादसे की रात मौसम पूरी तरह साफ था और विमान व हेलीकॉप्टर दोनों के मार्ग सामान्य थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि विमानों और नियंत्रण टावर के बीच संचार प्रणाली में कोई दिक्कत नहीं आई थी। अधिकारियों के अनुसार, अब तक की जांच में किसी तकनीकी खराबी के संकेत नहीं मिले हैं। घटना के पीछे की असली वजह जानने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विमान हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है। साथ ही, ट्रंप ने हेलिकॉप्टर के पायलट की भूमिका पर सवाल उठाते हुए जांच की जरूरत बताई है। इसके अलावा, उन्होंने हादसे के लिए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और जो बाइडेन की नियुक्ति नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा को सबसे ऊपर रखा, जबकि ओबामा, बाइडेन और डेमोक्रेट्स ने नीतियों को अधिक प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि वे योग्य लोगों को पदों पर देखना चाहते हैं, इसलिए संघीय विमानन प्रशासन (FAA) के कार्यवाहक प्रशासक के रूप में क्रिस रोशेल्यू की नियुक्ति की गई है।
इसके साथ ही, ट्रंप ने हेलीकॉप्टर पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम सही ढंग से काम नहीं कर रहा है और इसमें सुधार की आवश्यकता है।
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अमेरिकन एयरलाइंस की दुर्घटनाग्रस्त उड़ान में सवार सभी 64 लोगों की मौत हो चुकी है। विमान में 60 यात्री और 4 चालक दल के सदस्य मौजूद थे। अब बचाव दल मृतकों के शवों की तलाश में जुटा हुआ है।
यह विमान हादसा पहले हुए ऐसे ही एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की याद दिलाता है। साल 2009 में भी इसी तरह की एक दुर्घटना हुई थी, जिसमें 50 लोगों की जान चली गई थी।
आपको बता दें कि वाशिंगटन डीसी के रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक बड़ा हादसा तब हुआ, जब अमेरिकन एयरलाइंस का एक क्षेत्रीय जेट अमेरिकी सेना के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से टकरा गया। इस टक्कर के बाद दोनों विमान संतुलन खो बैठे और पोटोमैक नदी में जा गिरे। हादसे की वजह से इलाके में हड़कंप मच गया, और राहत व बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंच गए।
ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण के लिए उड़ा था उसी दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें तीन सैनिक सवार थे। हादसे से 30 सेकंड पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने हेलीकॉप्टर से सीआरजे विमान के दिखने की पुष्टि मांगी थी। कुछ पलों बाद, एटीसी ने हेलीकॉप्टर को विमान के पीछे से निकलने के लिए कहा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके कुछ सेकंड बाद ही दोनों के बीच टक्कर हो गई।
पेंटागन के अनुसार, हादसे में मारे गए तीनों सैनिक बेहद अनुभवी थे। उनके पास नाइट विजन गॉगल्स थे और वे एक वार्षिक प्रशिक्षण मिशन पर थे।