कल्याण बनर्जी, महुआ मोइत्रा (फोटो- सोशल मीडिया)
Mahua Moitra Kalyan Banerjee Controversy: पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TCM) में आंतरिक कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने अपनी ही पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ तीखी टिप्पणी करते हुए उन्हें “निम्न स्तर की” और “समय की बर्बादी” बताया। इससे दोनों के बीच तवान एक बार फिर बढ़ने की आशंका है। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई जब बनर्जी ने हाल ही में लोकसभा में टीएमसी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दिया है।
कल्याण बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा किस, महुआ मोइत्रा के कारण वो पार्टी में कई लोगों की नजर में बुरा व्यक्ति बन गए हैं। उन्होंने कहा, “यह मेरी गलती थी कि मैंने उन्हें महत्व दिया। वे मेरे समय और ध्यान के लायक नहीं हैं।” बनर्जी ने एक जूनियर एडवोकेट का भी जिक्र किया, जिसने उन्हें मैसेज कर यह सोचने पर मजबूर किया कि महुआ अब उनके लिए कोई विषय नहीं हैं।
जानकारी के मुताबिक, महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच लंबे समय से मतभेद हैं, जिससे पार्टी नेतृत्व को भी बार-बार शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। दोनों नेता एक-दूसरे पर असभ्य व्यवहार और अनुचित भाषा के प्रयोग का आरोप लगाते रहे हैं। हालांकि, इस मामले पर मोइत्रा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कल्याण बनर्जी ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बयान देकर गलती की। उन्होंने कहा, “मैंने दीदी के खिलाफ कुछ बातें कही थीं, जो मुझे नहीं कहनी चाहिए थीं।” रक्षाबंधन के अवसर पर उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी ने उन्हें तीन बार आशीर्वाद दिया, जिससे उनके संबंधों में सुधार का संकेत मिला।
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4 जुलाई को कल्याण बनर्जी ने टीएमसी के लोकसभा में मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में सांसदों के बीच तालमेल की कमी के लिए उन्हें दोषी ठहराया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि संसद में एक साथी सांसद की ओर से उनके अपमान पर पार्टी की चुप्पी ने उन्हें बहुत आहत किया। बनर्जी का यह बयान महुआ मोइत्रा की ओर इशारा करती है। इस्तीफे से पहले ममता बनर्जी ने पार्टी सांसदों की बैठक में समन्वय पर नाराजगी जताई थी।