भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहला दीपोत्सव होने जा रहा है। इस बार दीपोत्सव का महत्व बढ़ गया है, क्योंकि श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला आयोजन होने जा रहा है। अयोध्या और प्रशासन तैयारियों में जुटे हुए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो सके। अयोध्या में 28 से 30 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले दीपोत्सव के जरिए त्रेतायुग को जीवंत करने का प्रयास किया जाएगा। इस साल दीपोत्सव के मौके पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने दो विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहला दीपोत्सव होने जा रहा है। इस बार दीपोत्सव का महत्व बढ़ गया है, क्योंकि श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला आयोजन होने जा रहा है। अयोध्या और प्रशासन तैयारियों में जुटे हुए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो सके। अयोध्या में 28 से 30 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले दीपोत्सव के जरिए त्रेतायुग को जीवंत करने का प्रयास किया जाएगा। इस साल दीपोत्सव के मौके पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने दो विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।