श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर पहलगाम हमले में शामिल आतंकी अभी तक नहीं पकड़े गए तो इन सबसे क्या हासिल हुआ? मीडिया से बात करते हुए महबूबा ने कहा, ‘हमने पहलगाम के बाद भी कई लोगों को खोया है। हमारे घर तबाह हो गए, अरबों रुपये की संपत्ति बर्बाद हो गई। अगर पहलगाम हमले में शामिल आतंकी अभी तक नहीं पकड़े गए तो इन सबसे क्या हासिल हुआ?’ भारत की ओर से भेजे गए प्रतिनिधिमंडल पर महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘सरकार आज जो कर रही है, अलग-अलग देशों में प्रतिनिधिमंडल भेज रही है, यह पहले ही किया जाना चाहिए था। जब आप परमाणु शक्ति हैं, तो युद्ध कोई विकल्प नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सरकार को कई चीजें करने की जरूरत है, क्योंकि यह हमारी जंग नहीं है। यह दो देशों के बीच का मामला है, जिसे राजनीतिक हस्तक्षेप और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता था। जहां चाकू की जरूरत थी, आपने तलवार निकाल ली। महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘पुंछ और उरी जैसे इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कोई नहीं है। बहुत से घर तबाह हो गए, उन्हें टेंट भी नहीं मिला। कुछ जगहों पर घरों का ढांचा तो खड़ा है लेकिन अंदर से पूरी तरह से टूट चुका है। स्थानीय लोगों की मांग है कि जो लोग मारे गए हैं उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए। लोगों ने दुकान खोलने के लिए लोन लिया था जिसे माफ किया जाना चाहिए। बैंक अब बीमा नहीं दे रहे हैं क्योंकि वे इसे युद्ध कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिनके परिवार के सदस्य शहीद हुए हैं उनके परिवार को नौकरी मिलनी चाहिए। सरकार को बहुत काम करने की जरूरत है।
श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर पहलगाम हमले में शामिल आतंकी अभी तक नहीं पकड़े गए तो इन सबसे क्या हासिल हुआ? मीडिया से बात करते हुए महबूबा ने कहा, ‘हमने पहलगाम के बाद भी कई लोगों को खोया है। हमारे घर तबाह हो गए, अरबों रुपये की संपत्ति बर्बाद हो गई। अगर पहलगाम हमले में शामिल आतंकी अभी तक नहीं पकड़े गए तो इन सबसे क्या हासिल हुआ?’ भारत की ओर से भेजे गए प्रतिनिधिमंडल पर महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘सरकार आज जो कर रही है, अलग-अलग देशों में प्रतिनिधिमंडल भेज रही है, यह पहले ही किया जाना चाहिए था। जब आप परमाणु शक्ति हैं, तो युद्ध कोई विकल्प नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सरकार को कई चीजें करने की जरूरत है, क्योंकि यह हमारी जंग नहीं है। यह दो देशों के बीच का मामला है, जिसे राजनीतिक हस्तक्षेप और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता था। जहां चाकू की जरूरत थी, आपने तलवार निकाल ली। महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘पुंछ और उरी जैसे इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कोई नहीं है। बहुत से घर तबाह हो गए, उन्हें टेंट भी नहीं मिला। कुछ जगहों पर घरों का ढांचा तो खड़ा है लेकिन अंदर से पूरी तरह से टूट चुका है। स्थानीय लोगों की मांग है कि जो लोग मारे गए हैं उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए। लोगों ने दुकान खोलने के लिए लोन लिया था जिसे माफ किया जाना चाहिए। बैंक अब बीमा नहीं दे रहे हैं क्योंकि वे इसे युद्ध कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिनके परिवार के सदस्य शहीद हुए हैं उनके परिवार को नौकरी मिलनी चाहिए। सरकार को बहुत काम करने की जरूरत है।