इस बार का अयोध्या दीपोत्सव खास है, क्योंकि रामलला 500 वर्षों बाद अपने मंदिर में विराजमान हैं। पूरी रामनगरी को रंग-बिरंगी लाइटों और दीपों से सजाया गया है, जिससे रात में अयोध्या का अद्भुत दृश्य उभरता है। अयोध्या की सड़कों पर इस समय त्रेतायुग का नजारा साफ झलक रहा है। ऐसा लग रहा है, जैसे सब कुछ उसी पुरातन काल जैसा है। यहां मौजूद साधु-संतों के साथ अयोध्यावासी जय श्रीराम के उद्घोष के साथ अपने राजा राम का स्वागत कर रहे हैं। वहीं इसकी झलक देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी व रामभक्त भी आ रहे हैं।
इस बार का अयोध्या दीपोत्सव खास है, क्योंकि रामलला 500 वर्षों बाद अपने मंदिर में विराजमान हैं। पूरी रामनगरी को रंग-बिरंगी लाइटों और दीपों से सजाया गया है, जिससे रात में अयोध्या का अद्भुत दृश्य उभरता है। अयोध्या की सड़कों पर इस समय त्रेतायुग का नजारा साफ झलक रहा है। ऐसा लग रहा है, जैसे सब कुछ उसी पुरातन काल जैसा है। यहां मौजूद साधु-संतों के साथ अयोध्यावासी जय श्रीराम के उद्घोष के साथ अपने राजा राम का स्वागत कर रहे हैं। वहीं इसकी झलक देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी व रामभक्त भी आ रहे हैं।