नवभारत डिजिटल डेस्क: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़ी बातें की है। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी दावा किया है कि पाकिस्तान अपने मुल्क में ही आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देता है। ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान आसानी से भूल जाता है कि भारत में 230 मिलियन से अधिक मुसलमान रहते हैं और हमारे पूर्वजों ने दो-देश सिद्धांत को खारिज कर दिया था। हम घृणा करते हैं, हमने जिन्ना द्वारा प्रस्तावित दो-राष्ट्र सिद्धांत को खारिज कर दिया, और हमने भारत को अपना देश स्वीकार किया और यहीं रहेंगे।”
उन्होंने आगे कहा- ”पाकिस्तान भारत को धर्म के आधार पर विभाजित करना चाहता है, वह यहां भारतीय मुसलमानों, हिंदुओं और अन्य समुदायों के बीच और अधिक टकराव पैदा करना चाहता है। जब पाकिस्तान दो-राष्ट्र सिद्धांत के बारे में बात करता है, तो वे अफगानिस्तान की सीमा चौकियों पर बमबारी क्यों कर रहे हैं?…वे ईरानी सीमा चौकियों पर बमबारी क्यों कर रहे हैं?…अफगान और ईरानी मुसलमान हैं…यह पाकिस्तान का डीप स्टेट है, जो सभी अवैध गतिविधियों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए इस्लाम का इस्तेमाल केवल एक मुखौटा के रूप में करता है। यही वह है जो वे पिछले 75 वर्षों से भारत के खिलाफ हैं।”
नवभारत डिजिटल डेस्क: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़ी बातें की है। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी दावा किया है कि पाकिस्तान अपने मुल्क में ही आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देता है। ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान आसानी से भूल जाता है कि भारत में 230 मिलियन से अधिक मुसलमान रहते हैं और हमारे पूर्वजों ने दो-देश सिद्धांत को खारिज कर दिया था। हम घृणा करते हैं, हमने जिन्ना द्वारा प्रस्तावित दो-राष्ट्र सिद्धांत को खारिज कर दिया, और हमने भारत को अपना देश स्वीकार किया और यहीं रहेंगे।”
उन्होंने आगे कहा- ”पाकिस्तान भारत को धर्म के आधार पर विभाजित करना चाहता है, वह यहां भारतीय मुसलमानों, हिंदुओं और अन्य समुदायों के बीच और अधिक टकराव पैदा करना चाहता है। जब पाकिस्तान दो-राष्ट्र सिद्धांत के बारे में बात करता है, तो वे अफगानिस्तान की सीमा चौकियों पर बमबारी क्यों कर रहे हैं?…वे ईरानी सीमा चौकियों पर बमबारी क्यों कर रहे हैं?…अफगान और ईरानी मुसलमान हैं…यह पाकिस्तान का डीप स्टेट है, जो सभी अवैध गतिविधियों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए इस्लाम का इस्तेमाल केवल एक मुखौटा के रूप में करता है। यही वह है जो वे पिछले 75 वर्षों से भारत के खिलाफ हैं।”