झांसी: योगी सरकार (Yogi Government) बुंदेलखंड में कठिया गेंहू (Kathia Wheat) उगाने वाले किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए कई तरह से उन्हें प्रोत्साहित कर रही है। झांसी में किसान उत्पादक संगठन एफपीओ बनाकर कठिया गेंहू के उत्पादन से जुड़े किसानों (Farmers) को इससे जोड़ा जा रहा है, जिससे उन्हें उपज का बेहतर मूल्य मिल सके। इसके साथ ही बुंदेलखंड (Bundelkhand) के कठिया गेंहू को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद चल रही है।
झांसी में कटिया वीट बंगरा प्रोड्यूसर लिमिटेड कम्पनी का गठन कर योगी सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। कम्पनी के माध्यम से कठिया गेंहू को जीआई टैग दिलाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे बुंदेलखंड के कठिया गेंहू की पैदावार से जुड़े किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाया जा सके।
जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग मिल जाने के बाद स्थानीय किसानों के उत्पाद को ख़ास पहचान मिल जाएगी और बुंदेलखंड को कठिया गेंहू के उत्पादक क्षेत्र के रूप में पहचान दिलाने में मदद मिलेगी। कठिया गेंहू को प्रोत्साहित करने के लिए बनाये गए एफपीओ से अभी तक चार सौ अधिक किसान जोड़े गए हैं। झांसी में बंगरा, बामौर, गुरसराय, मऊरानीपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में किसान बड़ी संख्या में कठिया गेंहू की पैदावार करते हैं। इसके अलावा बुंदेलखंड के अन्य जनपदों में भी बड़ी संख्या में किसान कठिया गेंहू की पैदावार से जुड़े हैं। एफपीओ के तहत कठिया गेंहू की बेहतर मार्केटिंग और इसके उत्पाद तैयार करने के भी प्रयास हो रहे हैं।
कटिया वीट बंगरा प्रोड्यूसर लिमिटेड कम्पनी के निदेशक और कठिया गेंहू के उत्पादक नत्थू सिंह तोमर ने बताया कि झांसी के कई गांव में कठिया गेंहू की देसी किस्में उपजाई जाती हैं। सरकार इसकी खेती को बढ़ावा देना चाहती है। हम अपनी कम्पनी के माध्यम से किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। हमने जीआई टैग के लिए पिछले वर्ष प्रक्रिया शुरू की थी और जल्द प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। झांसी के मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने बताया कि सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करना चाहती है। इस क्षेत्र में कठिया गेंहू की अच्छी पैदावार होती है और इसे प्रोत्साहित करने के लिए एफपीओ बनाया गया है।